– अलीगढ़ पंचायत समिति मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरने का 1 सितम्बर से आज पांचवा दिन,
– पंचायत समिति मु.अलीगढ़ सहित ग्राम पंचायत बिलोता के जिम्मेदार विगत 2 साल से लम्बित जांच में शासन-प्रशासन को कर रहे गुमराह,
– बिलोता पंचायत में सहादतनगर स्कूल में घटिया निर्माण,पीएम आवास घोटाला सहित निर्माण व नरेगा कार्योँ के जांच रिकॉर्ड में फेरबदल-भ्रष्टाचार व धांधली की सारी हदें पार,
– पद का दुरूपयोग करने तथा जांच बदलने वाले लोकसेवकों के विरूद्ध जल्द ही दर्ज होगा सिविल व धोखाधड़ी का मामला-स्थाई लोक अदालत में भी होगा केस दर्ज
टोंक/अलीगढ़/उनियारा। स्मार्ट हलचल/जिले के उनियारा उपखण्ड क्षेत्र की पंचायत समिति मुख्यालय अलीगढ पर बीते दिनों 1 सितम्बर से ग्राम पंचायत बिलोता के विकास व निर्माण कार्यों समेत पीएम आवास योजना में अनियमितताओं, धांधली, गबन व भ्रष्टाचार के जुड़े मामले में पंचायत समिति के विरूद्ध जागरूक नागरिक आमजन सेवा समिति संयोजक व शाला प्रबन्धन समिति राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सहादतनगर के अध्यक्ष शिवराज बारवाल मीना (सामाजिक कार्यकर्ता) द्वारा दिया जा रहा धरना बुधवार को चौथे दिन भी जारी रहा।
धरनार्थी सामाजिक कार्यकर्ता शिवराज बारवाल मीना सहित क्षेत्रवासियों से मिली पुख्ता जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत बिलोता में सहादत नगर गांव के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय भवन का कार्य मार्च 2022 में स्वीकृत हुआ, जो बिना नींव खुदाई के डीपीसी लेवल से 8 लाख रूपए की लागत से नव निर्माण कार्य 2 चरण बजट में हाल ही में जून 2024 में पूर्ण हुआ, लेकिन स्कूल में घटिया निर्माण होने से महज 2 महीने में ही भवन में दरारे आने लग गई हैं, फर्श का खुदने से गहरे गड्ढे हो चुके हैं, छत का टपकना, दीवारों में सीलन आना आदि घटिया निर्माण कार्य में की गई धांधली व अनियमितताओं से छात्र-छात्राओं, अभिभावकों व स्कूल स्टॉफ को डर सताने लगा है। वहीं संबंधित प्रकरण के जांच परिवादों में परिवादी द्वारा प्रशासन को जनहित समस्याओं व मुद्दों पर लिखित में दिये गए परिवादो के जांच रिकॉर्ड में पंचायत समिति उनियारा के तत्कालिन विकास अधिकारी नरेन्द्र कुमार मीणा व जांच अधिकारी सहायक विकास अधिकारी सतीश कुमार सेन, वर्तमान कार्यवाहक विकास अधिकारी सविता राठौड़, बिलोता पंचायत के तत्कालिन ग्राम विकास अधिकारी जसराम मीणा, वर्तमान ग्राम विकास अधिकारी जगमोहन मीणा, एईएन, जेईएन, जेटीए समेत संबंधित प्रकरण में उनके तकनीकी व अन्य कार्मिकों द्वारा जांच रिकॉर्ड में फेरबदल किया गया हैं तथा नियमित रूप से अपने पद का दुरूपयोग करते हुए नरेगा समेत निर्माण कार्यों व पीएम आवास योजना में जमकर फर्जीवाडा किया जा रहा हैं। वहीं जांच को पंचायत समिति के जिम्मेदारों द्वारा प्रभावित कर आरोपियों को ही जांच कमेटी में शामिल किया जा रहा हैं तथा जिम्मेदारों द्वारा अपने काले कारनामों को छुपाने की नीयत से जांच रिकॉर्ड को बदलकर उपखण्ड व जिला प्रशासन सहित शासन-प्रशासन को भ्रमित कर गुमराह किया जा रहा हैं। गौर करने वाली बात यह है कि पंचायत समिति मुख्यालय अलीगढ़ की कार्यवाहक विकास अधिकारी सविता राठौड़ लगातार जिला व उपखण्ड प्रशासन के आदेशों की अनदेखी व अपने पद का दुरूपयोग कर जवाब पेश नहीं कर रही हैं, जिसके चलते उपखण्ड अधिकारी उनियारा को नियमित रूप से स्मरण पत्र भी जारी करने पड़ रहे हैं। उसके बाद भी विकास अधिकारी अपने कर्तव्य को लेकर गम्भीर नहीं हैं। लेकिन शिक्षा के मन्दिर स्कूल सहित पीएम आवास घोटाले, नरेगा योजना व निर्माण कार्यों में हो रही अनियमितताओं व फर्जीवाड़े के गंभीर मुद्दों पर उपखण्ड प्रशासन गंभीर नजर नहीं आकर एक अधीनस्थ अधिकारी के सामने नतमस्तक बना हुआ हैं, 4 दिन बाद भी धरना स्थल पर किसी भी प्रशासनिक अधिकारियों ने कोई वार्ता नहीं की हैं। धरनार्थी ने बताया कि अगर जल्द से जल्द जनहित मांगों व मुद्दो का समाधान होकर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही नहीं हुई तो अनशन शुरू किया जा सकता हैं, साथ ही धरनार्थी ने बताया कि सभी प्रमाणित तथ्यों के साथ जल्द ही अपने पद का दुरूपयोग कर जांच रिकॉर्ड में फेरबदल करने वाले लोकसेवको के विरूद्ध न्यायालय में सिविल केस, धोखाधड़ी, मानहानि केस व स्थाई लोक अदालत में केस दर्ज करवाकर कानूनी कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ेगा।