अधिकारी आधी-अधूरी जानकारी के साथ बैठक में नहीं आए- सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल
शिक्षा विभाग सहित कई विभागों के अधिकारी दिशा की बैठक में नहीं दे पाए अपने ही विभाग की जानकारी
अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश
दिशा बैठक में आधी-अधूरी तैयारी और अनुपस्थित अधिकारियों पर सख्त हुए सांसद बेनीवाल, कार्रवाई के दिए निर्देश
बालोतरा। स्मार्ट हलचल|जिला विकास समन्वयन और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक सोमवार को बालोतरा पंचायत समिति सभागार में स्थानीय सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में जिला प्रमुख महेन्द्र चौधरी, सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल, जिला कलेक्टर सुशील कुमार यादव, पुलिस अधीक्षक अमित जैन, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि कुमार सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में पिछली बैठकों में उठाए गए प्रस्तावों और मुद्दों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। बैठक में विशेष कर शिक्षा, स्वास्थ्य और सार्वजनिक निर्माण विभाग के मुद्दों पर सदस्यों और अधिकारियों के बीच में लम्बी चर्चा हुई।
बैठक को संबोधित करते हुए सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने कहा कि केन्द सरकार की ओर से जिले में चलाई जा रही योजनाओं का सही ढंग से क्रियान्व्यन अतिआवश्यक हैं, इस बैठक में उठाए गए एक-एक मुद्दे पर तथ्यात्मक रिपोर्ट अधिकारी प्रस्तुत करें।
साथ ही नाराजगी जाहिर करते हुए नसीहत देकर कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने विभाग का होमवर्क करने के बाद बैठक में पहुंचे। बिना समुचित जानकारी के बैठक में उपस्थित होना न केवल समय की बर्बादी है, बल्कि यह गंभीर लापरवाही भी है।
अधिकारी जनप्रतिनिधियों और सदस्यों को गोलमाल जवाब देने से बचे, अन्यथा आपके खिलाफ भी एक्शन को लिखा जाएगा।
उन्होने कहा कि प्रत्येक विभाग धरातलीय स्थिति को भली भांती समझ कर जनता को राहत देने की कोशिश करें। कई जगहों पर कार्याे में ठेकेदारों की लापरवाही सामने आ रही हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ भी सख्ती से कार्रवाई करे ताकि जनहित में जो राशि सरकार खर्च कर रही हैं उसका समुचित उपयोग हो।
शिक्षा विभाग की लचर तैयारी के साथ अधिकारी नहीं दे पाए आंकड़े सांसद बेनीवाल ने लगाई फटकार
बैठक में शिक्षा विभाग से जुड़े विषयों पर सदस्यों ने जिले में रिक्त पदों, क्रमोन्नत स्कूलों में संसाधनो और प्रतिनियुक्ति, कार्यव्यवस्थार्थ, जीर्ण-शीर्ण भवनों की जानकारी मांगी, लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा विभागीय आंकड़े प्रस्तुत न कर पाने पर सांसद ने नाराज़गी जताई। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को कहा जब आपके पास विभाग की जानकारी ही नही हैं तो बैठक में क्यों आए हो। निर्देश देते हुए कहा जिले में शिक्षकों के रिक्त पदों, क्रमोन्नत विद्यालयों में संसाधनों की स्थिति, जर्जर भवनों की सूची और नए भवनों की स्वीकृति संबंधी अद्यतन रिपोर्ट तैयार कर तत्काल प्रस्तुत की जाए।ताकि शिक्षा के ढांचे को सुधारा जा सके। बैठक में सदस्य रोशनअली छीपा, लक्ष्मणराम डेलू और हंसराज गोदारा, गरिमा राजपुरोहित ने प्रतिनियुक्त शिक्षकों को मूल स्थान पर पोस्टिंग का मुद्दा उठाया।
जल जीवन मिशन पर तीखी बहस, नल पहुंचे लेकिन जल कब पहुंचेगा
बैठक में जल जीवन मिशन योजना के तहत कार्यों की गुणवत्ता और प्रगति पर सदस्यों ने घटिया किस्म के पाईप लाईन बिछाने और कार्यपूर्ण नहीं होने के बाद भी ठेकेदारों को भुगतान करने, घरों तक नल में पानी नहीं पहुंचाने का मुद्दा उठाते हुए नाराजगी जाहिर की। बायतू प्रधान सिमरथाराम बेनीवाल ने कहा कि बायतू में समय पर पानी नहीं आ रहा हैं, जिस पर प्रोजेक्ट और रेगुलर जलदाय विभाग के सही ढंग से जवाब नहीं दे पाए। वहीं रोशन अली छीपा ने कहा कि बिछाए गए पाईप पानी का प्रेशर नहीं झेल पा रहे हैं, कैसे पानी पहुंचेगा। सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल ने कहा कि जिले में अवैध कनेक्शन कर लोग खेती कर रहे हैं ऐसे लोगों की पैरवी नहीं करनी चाहिए, अवैध कनेक्शन कटवाने में जनप्रतिनिधि किसी का पक्ष नहीं ले ताकि विभाग मजबूती से काम कर सके।
स्वास्थ्य विभाग की निर्माण कार्यों पर भी सवाल
सीएचसी और पीएचसी भवनों के निर्माण कार्यों की धीमी प्रगति और गुणवत्ता पर भी सदस्यों ने सवाल उठाए। पांयला प्रधान चुन्नीलाल माचरा ने आरोप लगाया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में निर्माण कार्य राम भरोसे चल रहे हैं।
बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से बन रहे सीएचसी, पीएचसी भवनों के निर्माण कार्य, स्वीकृत डीपीआर से कार्य नहीं करने के साथ गुणवत्ता पूर्ण कार्य नहीं होने के मुद्दे सदस्यों की ओर से उठाए गए जिस पर जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बांकाराम पटेल ने कहा कि निर्माण संबंधी कार्य जालोर अधीक्षण अभियंता के अधीन आता है, जिस पर पांयला कला प्रधान चुन्नीलाल माचरा ने कहा कि पिछले चार सालों से मैंने उस विभाग के अधिकारी को देखा नहीं हैं न जिला परिषद की बैठक में आते हैं न दिशा की बैठक में न ही जवाब देने वाला हैं, ऐसे अधिकारियों को पाबंद करना चाहिए। उन्होंने सिणधरी अस्पताल में नियम विरूद्ध निर्माण कार्य चल रहा है, बनी हुई पार्किंग तोड़ी जा रही हैं कोई धणी धोरी नही हैं जिस पर सांसद बेनीवाल ने सिणधरी अस्पताल में नियम विरुद्ध निर्माण की शिकायत पर कलेक्टर को जांच और अधिकारी के विरूद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए।
पीडब्यूडी की सड़कों की खराब गुणवत्ता पर नाराजगी: बोले न क्वालिटी की जांच होती, न ठेकेदार मापदंडों पर ध्यान देते
जिले में नेशनल हाईवे और अन्य सड़कों की गुणवत्ता को लेकर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाई जा रही सड़कों की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि न तो निर्माण की कोई जांच होती है, न ही ठेकेदार तय मापदंडों का पालन करते हैं। ठेकेदार मर्जी के मालिक बने हुए हैं, सड़के उखड़ रही हैं, किसी अधिकारी को सड़को से कोई सरोकार नहीं हैं सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता को ऐसे ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जहां पर सड़कों की गुणवत्ता की शिकायतें आती हैं उस पर अमल होना चाहिए।
नेटवर्क और कृषि अनुदान राशि की समस्याएँ
बैठक में नेटवर्क से वंचित गांवों में नेटवर्क बढ़ाने की मांग उठाई गई जिस पर सांसद ने दूर संचार विभाग के अधिकारियों को नेटवर्क से वंचित गांवों में नेटवर्क बढ़ाने के साथ-साथ ब्लॉक मुख्यालयों पर पर सेवाएं सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। वहीं कृषि आदान-प्रदान अनुदान की राशि समय पर जारी न होने का मुद्दा उठाया गया इस समस्या पर कलेक्टर सुशील कुमार यादव ने जानकारी दी कि दो बार सरकार को बिल भेजे जा चुके हैं और एक और बिल भेजा जा रहा है, जिससे राशि शीघ्र किसानों को मिल सके।
मनरेगा भुगतान में देरी पर चिंता
बैठक में ग्रामीण विकास एवं पंचायतराज से जुड़े मुद्दों को उठाया गया जिसमें मनरेगा के तहत बाड़मेर और बालोतरा में लगभग 700 करोड़ रुपये का भुगतान लंबित होने का मुद्दा उठाया गया। सदस्यों ने इस दिशा में विधायक हमीरसिंह भायल से राज्य स्तर पर पैरवी करने का अनुरोध किया।
अनुपस्थित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश
सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने बैठक में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों के प्रति नाराजगी जताते हुए जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देश दिए कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि दिशा जैसी महत्वपूर्ण बैठक में अधिकारियों की गैरहाज़िरी गंभीर लापरवाही की श्रेणी में आती है। ऐसे लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए।
बैठक में उपस्थित प्रमुख जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी: अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी भुवनेश्वर सिंह, पांयला प्रधान चुन्नीलाल माचरा, सिवाना प्रधान मुकनसिंह, बायतू प्रधान सिमरथाराम बेनीवाल, पूर्व प्रधान लक्ष्मणराम डेलू, सरपंच रोशन अली छीपा, हंसराज गोदारा, गरिमा राजपुरोहित सहित जिले के सभी विकास अधिकारी एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।