(पंकज पोरवाल)
भीलवाडा।स्मार्ट हलचल|आईएमए हॉल में सोमवार को जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिला कलेक्टर ने जिले की विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं, राष्ट्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा कर, पेंडेंसी के निस्तारण और सेवा गुणवत्ता सुधार के निर्देश चिकित्सकों को दिये। बैठक के दौरान जिला कलेक्टर जसमीत संधू ने आयुष्मान आरोग्य योजना, टीकाकरण कार्यक्रम, परिवार कल्याण, टीबी मुक्त भारत अभियान, टोबैकों फ्री यूथ कैम्पेन, मां वाउचर योजना, मातृ-शिशु स्वास्थ्य, गैर-संचारी रोग नियंत्रण, पोषण एवं स्वच्छता गतिविधियों सहित सभी प्रमुख कार्यक्रमों की ब्लॉकवार समीक्षा की। जिला कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में किसी भी स्तर पर समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सभी योजनाओं को समयबद्ध एवं प्रभावी तरीके से धरातल पर उतारना अनिवार्य है, ताकि जन-जन को राज्य सरकार की निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का अधिकतम लाभ मिल सके। जिला कलेक्टर ने एएनसी चेक-अप में कम प्रगति वाले ब्लॉकों को तुरंत सुधार करने, टीबी मुक्त भारत अभियान में वल्नरेबल पॉपुलेशन कवरेज बढ़ाने, सिलिकोसिस मरीजों की पहचान एवं लंबित प्रकरणों के निस्तारण में तेजी लाने, तथा पूर्व अभियानों की पेंडेंसी को सीमित समय में पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सकों से कहा कि जो ब्लॉक उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं, उनकी प्रगति से सीख लेकर सभी ब्लॉक अपने प्रदर्शन में वृद्धि करें। जिला कलेक्टर ने विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रभावी वितरण को सर्वाेच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा कि लाभार्थी अंतिम छोर तक समय पर गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्राप्त करें, यह प्रत्येक चिकित्सा अधिकारी की जिम्मेदारी है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामकेश गुर्जर ने जिले में संचालित सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों की प्रगति प्रस्तुत करते हुए कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए चिकित्सक सीएचसी व पीएचसी स्तर पर नियमित मॉनिटरिंग, फील्ड विजिट और जनजागरूकता गतिविधियों को मजबूती दें। उन्होंने टीबी मुक्त भारत अभियान, पल्स पोलियो, सांस अभियान, निरामया राजस्थान एवं टीकाकरण पर विशेष जोर देने को कहा। सीएमएचओ डॉ. गुर्जर ने स्वास्थ्य कार्मिकों को गांव-ढाणियों में जाकर जनजागरूकता बढ़ाने, सेवाओं की पहुंच मजबूत करने और सभी रिपोर्ट समय पर पोर्टल पर अपलोड कर डेटा की शुद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला स्वास्थ्य प्रणाली को प्रदेश में मॉडल के रूप में स्थापित करने के लिए टीम भावना से कार्य करना आवश्यक है। बैठक में पीएमओ डॉ. अरुण गौड़, जिला आरसीएच अधिकारी (कार्यवाहक) डॉ. अभिनव निर्वाण, डीडीडब्ल्यूएच डॉ. अशोक खटवानी, डीटीओ डॉ. प्रदीप कटारिया, सभी बीसीएमओ, सीएचसी/पीएचसी प्रभारी एवं सीएमएचओ कार्यालय के विभिन्न अनुभाग अधिकारी उपस्थित रहे।


