बधिर बाल कल्याण विकास समिति की बैठक में बड़ा फैसला
भीलवाड़ा 10 जून । मूक बधिर विद्यालय में दिव्यांग छात्र-छात्राओं की उच्च शिक्षा देने के लिए तकनीकि शिक्षा देने के लिए डिप्लोमा एवं टिचर्स ट्रेनिग अकादमी खोली जाऐगी। इसके अतिरिक्त अन्ध विद्यालय को माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्त किया जाऐगा । बधिर बाल कल्याण विकास समिति बुधवार को समिति के अध्यक्ष एवं संगम ग्रुप के चेयरमेन की अध्यक्षता में हुई महत्वपूर्ण बैठक में दिव्यांग एवं अन्ध विद्यार्थियों को भीलवाड़ा में प्रदेश स्तर की उच्च गुणत्वा की सभी प्रकार की शिक्षा मुहिया कराने पर बड़े निर्णय लिये गये। बैठक में आर के जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि बधिर बाल कल्याण विकास समिति के पास पर्याप्त स्थान और सभी प्रकार की सुविधाऐं उप्लब्ध है। वर्तमान में चिद्यालय का आधार भूत ढ़ाचा मजबूत है इन का बहतर मरीके से उपयोग करने हुए आने वाले सत्र में तकनीकि शिक्षा देने के लिए डिप्लोमा कोर्स एवं टिचर्स ट्रैनिंग अकादमी शुरू करने का निर्णय लिया गया इस बारे में जैन ने पेपर डिस्पले के माध्यम से योजना के बारे में समिति के सदस्यों को विस्तार से जान कार दी गई। इसके बारे में एडवान्स में तैयारी करली गई है। जैन ने बताया कि समिति के अधिन चल रहे अन्ध उच्च माध्यमिक विद्यालय को क्रमोन्त कर कक्षा दस तक की शिक्षा दिये जाने का निर्णय लिया गया। इसके अतिरिक्त अन्ध विद्यालय के छात्रों को आवासीय सुविधा देने का निर्णय लिया गया इसके अतिरिक्त छात्रााओं के लिए अलग से होस्टल सुविधा शुरू किये जाने का निर्णय लिया गया जिससे विद्यालय में रह कर अन्ध विद्यर्थी को आने जाने की परेशानी नहीं होगी। समिति के अध्यक्ष ने विद्यसलय के विस्तार के साथ शिक्षा के उच्च गुणत्वता की शिक्षा दिये जाने पर जोर दिया समिति की बैठक में काम-काज को लेकर कॉरपोरेट की झलक दिखाई दी। सोनी ने पहली बार कठार शब्दों में सभी से कहा कि संस्था को शिक्षर पर ले जाने के लिए बदलाव की जरूरत है अन्यथा सस्था पिछड़ जाऐगी। उन्होने कहा कि दिव्यांग बच्चों के शिक्षा में बड़ा बदलाव आ रहा है इसके लिए देश के प्रमुख शिक्षण संस्थाओं में जाकर देखने कह जरूरत है। उन्होने कहा कि इस संस्था को कार्य करते हुए 40 वर्ष हो गये है। लेकिन छात्रों की संख्या में विशेंष प्रगति दिखाई देती है इसके लिए ऐसा रोड़ मेप तैयार किया जाना चाहिये की जिले के तहसील स्तर तक जाकर दिव्व्यांग बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरिरत करके विद्यालय मक लाने का प्रयास करना चाहिये इसके लिए अळिाावकों को तैयार करने तथा जिला प्रशासन के सहयोग से दिव्यांग बच्चों को पढ़ाई के लिए तैयार करने की जरूरत है। सोनी ने सुझाव दिया कि अच्छी शिक्षा देने के लिए प्रशिक्षित अघ्यापकों की सेवाऐ ली जानी चाहिये। उन्होने क्वालिटह शिक्षा के साथ छात्राों को अन्य गतिविधियों से जोड़े जाने पर बल दिया इसके लिए अतिरिक्त टेन्ड अध्यापक रखे जाने का सुझाव दिया। अच्छी शिक्षा मिले उसके लिए समिति को अतिरिक्त संसधन उपलब्ध कराने में पिछे नहीं रहेगें लेकिन उसके बाद समिति अच्छे परिणामों की उम्मीद रखती है। सोनी ने बताया कि प्रदेश सरकार दिव्यांगों के विकास के अनेक योजनाऐं लागू कर रखी है उन योनाओं का दिव्यांग छात्रों को अधिक से अधिक लाभ दिला सके उसके लिए प्रयासं करने चाहिये। सोनी ने बताया कि आने वाले समय में यहां तकनीकि शिक्षा देने के लिए डिप्लोमा कोर्स एवं टिचर्स ट्रैनिंग अकादमी खेलने की तैयारी की जा रही है जिससें शिक्षण संस्था के कार्य में विस्तार होगा यहां से निकले छात्र विभिन्न क्षेत्रों में जाकर विद्यालय का नाम रोशन करेगा। ब्ैठक जानकार दी गई की संस्था को सफलता से काशर्् करते हुए40 वर्ष हो गये है इसके लिए अक्टूम्बर अथवा नवम्बर में समारोह आणेजित करने का निर्णय लिया गया इस अवसर पर एक सोविनियर का प्रकाशन किया जाऐगा इसके लिए तैयांरिया शुरू कर दी गई है।
बैठक में संस्था के कोषाध्यक्ष एवं समाज सेवी आर.के जैन ने संस्था में लिए तैयार की गई भावी योजनां का एक रोड़ मेप प्रस्तुत किया गया जिससे भविष्य के लिए किये जाने वाले कार्य का क्रिस्टल साफ हो गया बैठक में सोनी ने भविष्य की रोजनाओं को पूरू करने के लिए वित्तिय संस्साधनों का भी अध्यव किया। उन्होने सुझााव दिया कि जरूरी सभी कार्यो को प्राथमिकता से पूरे कराऐ जाने पर जोर दिया। बैठक में संस्था के सचिव बीएस लोगड़ इंजनियर सम्भू लाल प्रोफेशर वी.के.वैध निर्मल महता सहित समिति के सदस्य उपस्थित थें।