भीलवाड़ा । तत्कालीन सदर थाना प्रभारी उगमाराम ने मय टीम 15 जनवरी 2024 में कोटा रोड पर रूपाहेली चौराहे के पास नाकाबंदी के दौरान सवाईपुर की तरफ से आती हुई कार को रुकवाकर कार से तीन कट्टो में 51 किलो 760 ग्राम अवैध अफीम डोडा चूरा बरामद किया था और आरोपित भंवरलाल पुत्र गणपतराम दर्जी निवासी आसनोई थाना खुड़ी जिला जैसलमेर और उसके साथी सुनील पुत्र भप्पाराम विश्नोई निवासी डोली थाना कल्याणपुर जिला बाडमेर को गिरफ्तार कर एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज कर जांच शुरू की । आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जहां से दोनो को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया । पूछताछ के दौरान डोडा चूरा सप्लायर का पता चला । सप्लायर दिनेश धाकड़ पिता मोड़ी राम निवासी नालखेड़ी पारसोली चित्तौड़गढ़ फरार हो गया । जो कई समय तक पुलिस की आंखों में धूल झोंककर अलग अलग जगह छिपता फिर रहा था । सदर थाना प्रभारी कैलाश कुमार ने बताया की फरार आरोपित को पकड़ने के लिए एसपी धर्मेंद्र सिंह ने 10 हजार के ईनाम की घोषणा की ओर डीएसटी टीम का गठन किया । डीएसटी टीम में हैड कांस्टेबल प्रताप विश्नोई कांस्टेबल अमृत सिंह और ऋषिकेश को शामिल किया । टीम ने आरोपित को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और मुखबिर से संपर्क साधा । मुखबिर से सूचना मिली की आरोपित नालखेडी के खेतो के आस पास छिपा बैठा है । जिस पर टीम मौके पर पहुंची लेकिन टीम को देख आरोपित बाइक लेकर अपने साथियों के साथ फरार हो गया । डीएसटी टीम ने उसका पीछा किया तो वह बीच रास्ते में बाइक छोड़कर कच्चे ऊबड़ खाबड़ कीचड़ वाले रास्ते पर चला गया और खेतो में जा छुपा । एक किलोमीटर तक उसका पीछा किया जिसके बाद वह पकड़ में आया । आरोपित को पकड़ने में डीएसटी टीम का विशेष योगदान रहा टीम के प्रताप विश्नोई, अमृतसिंह और ऋषिकेश ने पीछा कर दबोचा । इनके अतिरिक्त टीम में सदर थाने के हैड कांस्टेबल जयप्रकाश, साइबर सेल हैड कांस्टेबल सत्यनारायण, कांस्टेबल और कांस्टेबल सदर कमल किशोर भी शामिल थे ।