लक्ष्मण मेघवंशी
खजूरी – पूरी दुनिया मे शादी रचाने वाले आज स्वयं दूल्हा बनने जा रहे उलेला चारभुजा नाथ दूल्हे के रुप मे नजर आएंगे,, जानकारी के अनुसार शालगराम जी संग तुलसी माता का विवाह को लेकर कुछ दिनों पहले सोडियास गांव से लग्न आया जिसको लेकर गांव के भक्तो ने विधिवत लग्न को स्वीकार कर भगवान को सपुर्द कर विवाह की तैयारिया शुरू की जिसमे रोजाना महिलाओ ने मंगल विवाह गीत से मंदिर को शुशोभित किया, इसी को लेकर गुरुवार को मेल मंडप आयोजन पर मातृ शक्ति ने 7 कलश सिर पर धारण कर मंदिर पहुंची शुक्रवार चारभुजा नाथ को दूल्हा बनाकर शादी रचाने हेतु बारात बनाकर तुलसी विवाह के लिए प्रातः 9 बजे प्रस्तान करेंगे,, मंडप मे समस्त ग्रामवासियो ने पुरे गांव के लिए भोजन प्रसादी का आयोजन किया जायेगा, इस अवसर पर समस्त ग्रामवासियो ने भाग लिया
वर्षो से आधा तेल आधा पानी, चलती आ रही अखंड ज्योत
बुजर्गो ने कहा की भगवान का विवाह समारोह होना हम सब ग्रामवासियो के लिए सौभाग्य की बात है, भगवान चारभुजा नाथ का मंदिर लगभग 500 साल पुराना बताया है तब से भगवान की लीला अपार है यहाँ के चरणमृत से कई रोगों का निवारण होता है दोनों वक्त आरती के दर्शनों से आँखों की रौशनी पर निजात मिलता है, लगभग 100 साल से पूर्वजों द्वारा आधे तेल आधे पानी से अखंड ज्योत चलाई गई जो आज तक लगातार जल रही है जो आज खंडित नहीं हुई, ज्योति का रखरखाव हेतु 24 घंटे पुजारी की ड्यूटी रहती है,