बिसलपुर बांध पर जल्द होगा धरना-प्रदर्शन नहीं चेत रहा प्रशासन
स्मार्ट हलचल टोंक/लोकसभा चुनाव के समय जिला कलेक्टर के आश्वासन के उपरांत किसान महापंचायत युवा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी बूथ नम्बर -25 पर पहूच कर वोटों के बहिष्कार को रोक कर वोट दिलायें।विधुत कनेक्शन को लेकर वोटों का बहिष्कार किया गया। तत्कालीन अतिरिक्त जिला कलक्टर टोंक ने शाम को विद्युत कनेक्शन का पक्का आश्वासन देने के बाद 5:00 मतदान केंद्र पर मतदान 25% हुआ। तथा विधुत विभाग द्वारा 14 फाईलें सहायक अभियंता जयपुर विधुत वितरण निगम लिमिटेड देवली के कार्यालय में जमा करा दी गई।
कलेक्टर द्वारा दिये गये आश्वासन पर कार्यवाही नहीं होने के कारण बूथ नंबर 25 पर एक भी मतदान नहीं हुआ जबकि प्रशासन द्वारा समरावता में जबरदस्ती मतदान कराने में सफल हुए परन्तु बिसलपुर में चुनावों का बहिष्कार सफल रहा।दो वर्ष गुजरने के बाद भी जिला कलेक्टर सौम्या झा अपने वादों पर खरा नहीं उतर पाई। जबकि विधुत कनेक्शन तों रोड़ पर ठेला लगाने,किराये के मकान, चरागाह,वालों को भी मिल रहें हैं।क़ृषि उपज मंडी समिति टोंक में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के उपरांत 7 वें दिवस वार्तालाप में अतिरिक्त जिला कलक्टर टोंक रामरतन सोकरिया ने भी विधुत कनेक्शन पर कमेटी गठित की।
एक महिने के उपरांत भी कोई फैसला नहीं होने के कारण बिसलपुर गांव में किसान महापंचायत प्रदेश मंत्री रतन खोखर,जिला अध्यक्ष गोपीलाल जाट ने गांव वासियों के साथ बैठक आयोजित करके आन्दोलन की रणनीति पर विचार किया।जिला कलेक्टर से विद्युत कनेक्शन के ऊपर चर्चा करने के उपरांत बूथ नंबर 25 बीसलपुर गांव में ही अनिश्चितकाल धरना प्रदर्शन आरंभ किया जाएगा।वोट लेने वाले राजनीतिकदलों को केवल वोट मिलनें तक की चिंता हैं उसके उपरांत बीसलपुर वासियों के लिए किसी को चिंता नहीं है।इन बीसलपुर वासियों के बलिदान के कारण आज राजस्थान के एक करोड़ से भी अधिक लोग अपने कांटों की प्यास बुझा रहे हैं।परंतु उनकी पीड़ाओं पर किसी को मरहम लगाने तक का भी समय नहीं है यही नहीं एक शब्द उनकी पीड़ाओं पर न तो राजनेता बोलते हैं नहीं प्रशासनिक तंत्र बोल रहा है।गांव वासियों महावीर सैनी,लालाराम,मौनू सन्तोष देवी फुला देवी,हंसा देवी लक्ष्मा देवी,गीता देवी आदि मौजूद रहे।