ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल/चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभानसिंह आक्या ने सोमवार को विधानसभा में मांग संख्या 56 उद्योग एवं मांग संख्या 45 वन एवं पर्यावरण पर बोलते हुए विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय युवा बेरोजगोरों को रोजगार दिलाने, चित्तौड़गढ़ में नवीन सिरेमिक उद्योग स्थापित कराने, उद्योगपतियों को सब्सिडी दिलाने, पर्यटन क्षैत्र को बढ़ावा देने हेतु वन क्षेत्रों को इको ट्यूरिज्म से जोडने सहित अनेक मांगे सदन में रखी।
विधायक आक्या ने विधानसभा में मांग संख्या 56 एवं 45 पर बोलते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल के दौरान राजस्थान में राइजिंग राजस्थान के माध्यम से उद्योगपतियो को आमंत्रित करने व उनसे 35 लाख करोड़ से अधिक के एमओयु होने पर मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए कहां की बड़े उद्योगो के राजस्थान में आने से युवाओ को सो फिसदी रोजगार मिलेगा तथा राजस्थान में विकास के नये आयाम स्थापित होंगे।
विधायक आक्या ने कहा कि चित्तौड़गढ़ जिले में अनेक सीमेंट फेक्ट्री व हिन्दुस्तान जिंक है लेकिन उनके द्वारा स्थानीय युवाओ को रोजगार नही दिया जाता है। उन्होने निजी उद्योगो में स्थानीय युवाओ को 50 फिसदी रोजगार योग्यता अनुसार उपलब्ध कराने संबंधी नियम बनाए जाने की बात कही। उन्होने कहा की रखरखाव के अभाव में बडी संख्या में पौधे पनप नहीं पाते है इसलिए पौधारोपण कार्य को नरेगा से जोड़ा जाये जिससे पौधे सुरक्षित रहकर वृक्ष का रूप ले पायेगें।
विधायक आक्या ने सदन में राजस्थान के कपड़ा उद्योगो के निकटवर्ती राज्य मध्य प्रदेश में शिफ्ट होने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा की समीपस्थ राज्य मध्यप्रदेश में उद्योगो पर मिलने वाली सब्सिडी अधिक होने से गत एक वर्ष में ही 40 से 50 बड़े कपड़ा उद्योग मध्यप्रदेश राज्य में शिफ्ट हो गए है उसे रोकने हेतु सरकार को आवश्यक कदम उठाते हुए उद्योगपतियों को पर्याप्त सब्सिडी एवं संसाधन उपलब्ध करवाने होगें।
विधायक आक्या ने चित्तौडगढ़ जिले में बढ़ी तादाद में खनिज संपदा होने की बात कहते हुए कहा की यहा का कच्चा माल गुजरात जाता है तथा वहां पर सिरेमिक टाईल्स बनकर समूचे देश में बिकने जाती है। चित्तौड़गढ़ जिले में ही सिरेमिक टाईल्स बनाने के उद्योग स्थापित कराने हेतु सरकार द्वारा उद्योगपतियों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए जिससे राजस्व के साथ रोजगार में भी वृद्धि होगी। उन्होने कहा की चित्तौड़गढ़ में 350 से 400 मार्बल फेक्ट्रियां स्थापित है तथा इसमें वृद्धि की अपार संभावना है लेकिन जमीन के अभाव में यह संभव नही हो पा रहा है। चित्तौडगढ़ के पूर्व जिला कलक्टर द्वारा विधानसभा क्षैत्र के मांदलदा गांव सहित अनेक स्थानो की कई बीघा बिलानाम जमीनो को गोचर मे परिवर्तित कर दिया था जिससे नवीन औद्योगिक क्षेत्रों के विकास में बाधा उत्पन्न हो रही है। सरकार को इन जमीनो को मार्बल व सिरेमिक टाईल्स उद्योग स्थापित किये जाने हेतु पुनः बिलानाम में परिवर्तित किये जाने पर विचार करना चाहिए।
विधायक आक्या ने बस्सी अभ्यारण्य के क्षैत्र में वृद्धि करने, चंदेरिया में नगर वाटिका, गांधीनगर पार्क मे निर्मल वन एवं चित्तौडगढ़ दुर्ग पर बायोलोजिकल पार्क स्थापित किये जाने पर जोर देते हुए कहां की सरकार द्वारा इन सभी कार्या के लिए पर्याप्त धनराशी उपलब्ध कराने पर विकास के नये आयाम स्थापित होगे साथ ही चित्तौड़गढ़ के पर्यटन उद्योग में भारी वृद्धि होगी।