Operation Sindoor: भारत ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का भले ही 6-7 मई की रात बदला ले लिया हो, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर को अभी खत्म करने का ऐलान नहीं किया है। इससे पाकिस्तान में दहशत कायम है। पाकिस्तान एलओसी पर लगातार फायरिंग कर रहा है। गुरुवार को भी पाकिस्तान ने एलओसी पर गोले और मोर्टार दागे। हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। अधिकांश लोग सीमावर्ती इलाकों को गुरुवार को छोड़कर सुरक्षित ठिकानों पर चले गए हैं।
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अमेरिका ने पाकिस्तान में अपने नागरिकों को जारी किए निर्देश
लाहौर में कुछ अजीब घटनाएं हो रही हैं। खबर है कि वहां ड्रोन फट रहे हैं। कुछ ड्रोन गिरे हुए भी मिले हैं। ये भी आशंका है कि किसी ने हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की है। इन खबरों के चलते, लाहौर में US Consulate General ने अपने सभी कर्मचारियों को घर के अंदर रहने का आदेश दिया है। Consulate को ये भी जानकारी मिली है कि शायद लाहौर के मुख्य हवाई अड्डे के पास के कुछ इलाकों को खाली कराया जा रहा है। US Embassy & Consulates in Pakistan ने एक सूचना जारी की है। उसमें लिखा है, “US citizens जो किसी लड़ाई वाले इलाके में हैं, अगर सुरक्षित हो तो वहां से निकल जाएं। अगर निकलना सुरक्षित नहीं है, तो घर में ही रहें।” मतलब, अगर आप खतरे में हैं, तो अपनी जान बचाने की कोशिश करें। सुरक्षित रहें!- सुरक्षित आश्रय की तलाश करें।
- खुद सुरक्षित स्थानों पर जाने की व्यवस्था करें।
- यात्रा से जुड़े कागजात अपने पास रखें।
- किसी भी अपडेट के लिए स्थानीय मीडिया पर नजर रखें।
- उचित पहचान पत्र साथ रखें और अधिकारियों के साथ सहयोग करें।
यूरोपीय यूनियन ने पहलगाम में आतंकवादी हमले की निंदा की
यूरोपीय यूनियन (ईयू) और उसके 27 सदस्य देश 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले और निर्दोष नागरिकों की हत्या की स्पष्ट रूप से निंदा किया है। ईयू ने कहा कि आतंकवाद को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता। हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए। प्रत्येक राज्य का कर्तव्य और अधिकार है कि वह अपने नागरिकों को आतंकवादी कृत्यों से कानूनी रूप से बचाए। ईयू ने कहा कि यूरोपीय संघ क्षेत्र में बढ़ते तनाव और उसके परिणामों, जिसमें और अधिक लोगों की जान जाने की संभावना भी शामिल है, पर बारीकी से और बड़ी चिंता के साथ नज़र रख रहा है। यूरोपीय संघ दोनों पक्षों से संयम बरतने, तनाव कम करने और दोनों पक्षों के नागरिकों की जान बचाने के लिए आगे के हमलों से बचने का आह्वान करता है। यूरोपीय संघ दोनों पक्षों से बातचीत में शामिल होने का आग्रह करता है।