‘एक जिला, एक खेल – कबड्डी’ अभियान के तहत बालक वर्ग की प्रतियोगिता में बरूंधन ने मारी बाज़ी
बूँदी–स्मार्ट हलचल|जिला कलक्टर अक्षय गोदारा के मार्गदर्शन में ‘पंच गौरव : एक जिला, एक खेल’ अभियान के अंतर्गत उद्योग मेला परिसर का वातावरण पूरे दिन खेल-उत्साह और जयघोषों से सराबोर रहा। बालक वर्ग की कबड्डी प्रतियोगिता में खिलाड़ियों की फुर्ती, दांव-पेंच और टीम भावना ने दर्शकों का दिल जीत लिया। इस आयोजन का उद्देश्य कबड्डी को जिले की पहचान के रूप में सशक्त बनाना और युवाओं को स्थानीय स्तर पर खेल के प्रति निरंतर प्रेरित करना रहा।
जिला खेल अधिकारी हर्षवर्धन सिंह चुंडावत के संयोजन में जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से आई 12 टीमों ने प्रतियोगिता में भाग लिया और एक से बढ़कर एक मुकाबलों में अपने खेल कौशल का प्रदर्शन किया। उत्साही दर्शकों की तालियों और नारों के बीच हुए इन रोमांचक मुकाबलों में बरूंधन की टीम ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर प्रथम स्थान, बाजड़ की टीम ने द्वितीय स्थान तथा केंद्रीय विद्यालय बूँदी की टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजेता टीमों को क्रमशः ₹11,000, ₹7,000 और ₹5,000 के नकद पुरस्कार तथा स्मृति चिह्न प्रदान किए गए।
दिनभर चले मुकाबलों में खिलाड़ियों का उत्साह देखते ही बनता था। मैदान में हर अंक पर गूंजती तालियाँ, खिलाड़ियों के संघर्ष और दर्शकों का उत्साह – यह सब मिलकर माहौल को ऊर्जा और रोमांच से भर देता रहा। खेल के प्रति समर्पण और एकजुटता की झलक हर टीम के प्रदर्शन में साफ दिखाई दी।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला कलक्टर रामकिशोर मीणा रहे। अध्यक्षता महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक भैरूप्रकाश नागर तथा विशिष्ट अतिथि जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक संजय भारद्वाज रहे। पैराओलंपिक मेडलिस्ट कोच सुदर्शन मीणा, फुटबॉल संघ सचिव फ़जलुद्दीन सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे। अतिथियों ने विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करते हुए कहा कि “कबड्डी केवल एक खेल नहीं, बल्कि यह हमारे गाँवों की मिट्टी की महक और युवाओं की ताक़त का प्रतीक है।”
‘एक जिला, एक खेल – कबड्डी’ पहल के अंतर्गत बूँदी जिले में प्रशिक्षण शिविर, प्रतियोगिताएँ और जनजागरूकता गतिविधियाँ निरंतर आयोजित की जा रही हैं, ताकि यह पारंपरिक खेल नई पीढ़ी में लोकप्रिय बने और बूँदी के खिलाड़ी राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित कर सकें।
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