मंगरोप।फैक्ट्री में बजने वाले सायरन कि तीव्र आवाज से परेशान करीब 100 से 150 महिलाओं नें फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोला है।प्रदर्शन कि सुचना पर एहतियात के तौर पर हमीरगढ़ थाना प्रभारी दिलीप सिंह नें मय जाप्ता मौके पर पहुंचकर लोगों से समझाइस के प्रयास किए।टम्मू बाई कीर ने बताया कि चित्तौडगढ़ हाइवे रोड़ पर स्थित सोना प्रोसेस सेकंड फैक्ट्री में प्रबंधन द्वारा कुछ महीनों पूर्व एक बॉयलर पर सायरन लगवाया गया था बताया गया है कि यह सायरन इतनी तेज आवाज करता है कि फैक्ट्री के आसपास स्थित किरखेड़ा,हमीरगढ़ स्टेशन एवं वहीं 5 से 8 किलोमीटर के एरिये में रहने वाले लोग इससे प्रभावित होते है।बच्चों और बुजुर्गो में बहरेपन के लक्षण नजर आने लग गए है यहां तक कि मवेशी भी सायरन कि आवाज से भय खाने लगे है।महिलाओं और अन्य ग्रामीणों नें फैक्ट्री प्रबंधन पर फैक्ट्री से काला पानी छोड़ने व फैक्ट्री में लगी चिमनी से निरंतर वातावरण कों दूषित करने वाला विषेला धुँवा छोड़ने,तेज ध्वनि सायरन से परेशानी जैसे कई गंभीर आरोप लगाते हुए फैक्ट्री के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।महिलाओं नें बताया कि फैक्ट्री द्वारा छोड़े जा रहे काले पानी से कृषि भूमि बिल्कुल बंजर होती जा रही है उक्त भु भाग पर फसलों कि पैदावार होना तों दूर कि बात इसपर मवेशीयों के लिए चारा तक नहीं उग पा रहा है फैक्ट्री कि चिमनी से निकलने वाली विषेली गैस से सांस लेना भी दुभर होता जा रहा है वहीं आसपास लगी ट्यूबवैल केमिकल युक्त पानी उगल रही है।धरना प्रदर्शन मिलने के बाद उपखंड अधिकारी नेहा छिपा नें मौके पर पहुंचकर जायजा लिया एवं महिलाओं कों समझाईस कर शांत किया।फैक्ट्री प्रबंधन व ग्रामीणों के एक प्रतिनिधि मण्डल के बीच वार्तालाप हुई।फैक्ट्री प्रबंधन ने कहा की अभी हाल ही में नई मशीनों का सेटअप किया गया था अब जल्द ही सायरन कि ध्वनि कम करनें पर काम किया जायेगा तथा जल्द ही पाइपलाइन डलवाकर दूषित पानी कों रियूज करके पुनः उसका उपयोग करने का भरोसा दिलाया गया।महिलाओं नें प्रदर्शन खत्म किया।