मुकेश खटीक
मंगरोप।गुवारड़ी स्थित प्रोसेस हाउस मालिक फैक्ट्री के केमिकल युक्त पानी को नालों में छोड़ रहे है जिससे आसपास के क्षेत्र की फसले नष्ट होती जा रही है वहीं जमीन की उर्वरा शक्ति भी धीरे धीरे खत्म होने की कगार पर है।प्रोसेस हाउस द्वारा धर्म तलाई में छोड़े गए केमिकल युक्त पानी के विरोध में माण्डल विधायक प्रतिनिधि अमर सिंह पुरावत के नेतृत्व में मंगलवार को गुवारडी सहित आसपास के गांवो के करीब 100 पुरुष महिलाओं नें प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया एवं दोषी प्रोसेस हाउस मालिकों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की।माण्डल विधायक प्रतिनिधि अमर सिंह पुरावत नें बताया की सोमवार को नरेगा श्रमिकों द्वारा धर्म तलाई की गहराई बढ़ाने को लेकर खुदाई का कार्य किया गया था।सोमवार शाम को बरसात आने का मौसम प्रतीत होता देख प्रोसेस हाउस मालिकों ने बरसात के पानी के साथ फैक्ट्री का दूषित पानी भी बह जाने की बात सोचकर धर्म तलाई में छोड़ दिया।मौके पर बरसात नहीं आने से फैक्ट्री मालिकों की करतूत लोगों के सामने आ गई इसपर करीब 100 की संख्या में महिला और पुरुष मौके पर पहुंचकर फैक्ट्री प्रबंधन एवं प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन करने लग गए। सूचना पर हमीरगढ़ तहसीलदार विपिन चौधरी नें मौके पर पहुंचकर जायजा लिया साथ ही ग्रामीणों की मांग पर उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण मण्डल को मौके पर बुलवाकर दूषित पानी जांच करवाई गई प्रदूषण नियंत्रण मण्डल मुख्य अधिकारी विनय कट्टा के निर्देश पर हितेश उपाध्याय मय टीम मौके पर पहुंचे एवं प्रदूषण मापक यन्त्र से दूषित पानी की जांच की गई जिसमें करीब 6000 टीडीएस दूषित मात्रा पाई गई। साधारणतया शुद्ध पानी में 600 टीडीएस की मात्रा होती है।खेतों में सिंचाई करने के लिए 2000 टीडीएस वाला अशुद्ध पानी भी फसलों के लिए उपयोगी साबित होता है लेकिन जैसे जैसे इसकी मात्रा बढ़ती जाती है तों इसके कई प्रकार के दुष्परिणाम सामने निकल कर आते है।जबकी दूषित पानी में इसकी 3 गुणा ज्यादा मात्रा पाई गई है जो की जानवरों के लिए ही नहीं बल्की जमीन को भी अनुपजाऊ बनाने में अपनी अहम भूमिका निभा सकती है।ग्रामीणों नें पुरे मामले की जांच उच्च अधिकारियों के दिशा निर्देश में करवाके दोषी पाये जानें पर प्रोसेस हाउस मालिकों पर सख्त कार्यवाही करने की मांग की है साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर हाइवे जाम करने की चेतावनी दी है।