पुनित चपलोत
भीलवाड़ा,स्मार्ट हलचल । अपने घर से फैक्ट्री जा रहे एचआर मैनेजर के साथ उनकी कार रोककर कुछ बदमाशों ने लाठियों ओर सरिया से हमला कर गंभीर रूप से मारपीट कर दी।मारपीट और हमले में मैनेजर गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर मौजूद लोगों ने घायल को एंबुलेंस से प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां इलाज किया जा रहा है। आए दिन फैक्ट्री कर्मचारियों पर हो रहे हमलों और मारपीट की घटनाओं को लेकर आक्रोशित एचआर प्रोफेशनल सोसाइटी के बैनर तले जिले के फैक्ट्री कर्मचारियों ने जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद जिला कलेक्टर, एसपी और सांसद को ज्ञापन दिया, जिसमें उन्होंने आए दिन असामाजिक तत्वों द्वारा इंडस्ट्रियल एरिया में चौथवसूली करने और फैक्ट्री कर्मचारियों पर हमला करने का आरोप लगाया है। मामला भीलवाड़ा के हमीरगढ़ थाना इलाके का है। जानकारी के अनुसार- हमीरगढ़ थाना क्षेत्र में संगम फैक्ट्री में एचआर मैनेजर संजय व्यास (46) सोमवार को भीलवाड़ा से फैक्ट्री जा रहे थे। इसी दौरान बीएसएल के नजदीक कुछ बदमाशों ने उनकी कार को रुकवाया और हमला कर दिया। हमले में संजय गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर मौजूद लोगों की मदद से उन्हें एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया। जहां उनका ट्रीटमेंट किया जा रहा है। हमले में संजय के दोनों पैर में फ्रैक्चर हुआ है। सिर और हाथ पर भी चोट आई है। मारपीट की सूचना मिलने पर हमीरगढ़ थाना पुलिस प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंची और उनसे घटनाक्रम की जानकारी ली। घायल संजय व्यास ने बताया कि सोमवार सुबह मैं कम्पनी की जीप से घर से फैक्ट्री की ओर जा रहा था तभी बीएसएनल के सामने अंडर ब्रिज के निकट कैलाश गुर्जर ने मेरी जीप के आगे बाइक लगाकर गाड़ी रुकवादी और इस दौरान उनके साथ आए अन्य लोगों ने मेरे साथ मारपीट कर दी। आरोपियों में से मैं कमलेश गुर्जर, बबलू गुर्जर, ब्रजेश गुर्जर को मैं जानता हूं। इन्होंने पहले भी मेरे साथ मारपीट की थी और यह लोग आए दिन इंडस्ट्रियल एरिया में फैक्ट्री कर्मचारी के साथ मारपीट करते हैं और हफ्ता वसूली करते हैं। इधर सूचना मिलने के बाद बड़ी संख्या में संगम फैक्ट्री के वर्कर जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया। हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। एचआर प्रोफेशनल सोसाइटी के प्रदेश सचिव संजय त्रिपाठी ने बताया कि पिछले काफी समय से ओद्योगिक संस्थानों में आस पास के असामाजिक तत्व चोथ वसुली करते है और फेक्ट्री मेनेजर एंड प्रशासनिक अधिकारियों को धमकाते है फैक्ट्री में कार्य करने वाले श्रमिको व ठेकेदारों को धमकाने के साथ साथ मारपीट करने से भी नहीं चुकते है। संगम इण्डिया लि० फेक्ट्री मेनेजर संजय व्यास के साथ चितोड रोड मण्डिपिया फोर लाइन ओवर ब्रिज के पास कार को रोक कर उनके साथ बेरहमी से मारपीट की गई। इस घटना में बबलू गुर्जर, कमलेश गुर्जर, ब्रजेश गुर्जर सहित 5 लोगों ने लाठियों व सरियों से वार किया जिस पर संजय प्यास को गंभीर चोटे आईं, उन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया है और इलाज जारी है। ऐसी घटना पूर्व में भी चित्तौड़ रोड पर विभिन्न ओद्योगिक इकाइयों में कार्य करने वालो के साथ हुई है। रिपोर्ट देने के बाद भी ठोस कार्रवाई नहीं होने से ओद्योगिक संस्थानों में कार्य करने वाले कर्मचारियों श्रमिकों, ठेकेदारों और अधिकारियों में भय व दहशत का माहौल बना हुआ है। हमने कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन दिया है और सांसद से भी मुलाकात की हमने मांग की हैं कि प्रशासन द्वारा घटना पर ठोस कदम उठाया जाये जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटनाओ की वापस नहीं हो सके। असामाजिक तत्वों पर जल्द कार्रवाई कर औद्योगिक संस्थानों में कार्यरत कर्मचारी श्रमिक ठेकेदार प्रशासनिक अधिकारी के जान माल की रक्षा करे ताकि भीलवाड़ा के विकास में काम कर सके।
पुलिस के ढीले रवैया के कारण बदमाश हावी, आए दिन चौथ वसूली को लेकर हो रहे हैं हमले
वस्त्रनगरी यानी भीलवाड़ा जो एशिया का मैनचेस्टर और मिनी मुंबई के नाम से भी जाना जाता है । यहां विभिन्न प्रकार के उद्योग है बड़े बड़े उद्योग यहां मौजूद है । लेकिन यहां का सबसे बड़ा उद्योग कपड़ा उद्योग है । पर भीलवाड़ा में उद्योग लगाना या व्यापार करना भारी पड़ रहा है । उद्योगपतियों से और कर्मचारियों से चौथ वसूली और रंगदारी लेने के लिए गुंडे और बदमाश उन पर आए दिन हमला कर रहे है । यानी भीलवाड़ा में अब नए उद्योगो की स्थापना तो दूर लेकिन गुंडागर्दी और गुंडाराज जरूर पनप रहा है । दहशत और असुरक्षा के भाव के कारण बाहर से आकर यहां कोई बड़ा व्यापारी उद्योग स्थापित नही करना चाह रहा है । जिसका एक बड़ा कारण यह भी है असमाजिक तत्वों का वस्त्रनगरी में अब बोलबाला हो गया है । पुलिस के लचर और ढीले रवैये के कारण आए दिन फेक्ट्री अधिकारियों, व्यापारियों और कर्मचारियों के ऊपर हमले हो रहे है लेकिन इस पर अंकुश लगा पाना पुलिस के बस में नही दिख पा रहा है । जिसका खामियाजा उद्योगपतियों और वहां कार्यरत कर्मचारियों को उठाना पड़ता है। औद्योगिक विकास में ऐसे गुंडे बदमाश रोड़ा बने हुए है । पुलिस प्रशासन की नींद खुले तो ऐसे अपराधियो के खिलाफ अभियान चलाकर सख्त से सख्त कार्यवाही करे । लेकिन बेखौफ बदमाश पुलिस की नाक के नीचे निर्दोष लोगो को शिकार बना रहे है और आमजन पर हावी हो रहे है । भीलवाड़ा के उद्योगपति और कर्मचारी अपने आप को असुरक्षित और असहज महसूस कर रहे है । अवैध वसूली करने के लिए कब कौन किस पर हमला कर दे कोई नही कह सकता लेकिन पुलिस प्रशासन को इस और सख्त कदम अब उठाने होंगे ।