सुनील बाजपेई
कानपुर।स्मार्ट हलचल|भाजपा नेता द्वारा .दर्ज कराई गई रिपोर्ट के बाद साथी लवी मिश्रा समेत गिरफ्तार किए गए चर्चित अधिवक्ता अखिलेश दुबे को आज गुरुवार को जेल भेज दिया गया । उन पर भाजपा नेता रवि सतीजा से 50 लाख की रंगदारी मांगने का आरोप है। यह भी आरोप है कि अखिलेश दुबे के कहने पर रवि सतीजा के खिलाफ धोखाधड़ी के झूठे मुकदमे दर्ज कराए गए जिनमें पाक्सो का मामला भी शामिल है।
पुलिस के अनुसार शिकायतकर्ता महिला बिहार की रहने वाली है और उसके साथ कोई घटना नहीं हुई थी।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अधिवक्ता अखिलेश दुबे के खिलाफ भाजपा नेता रवि सतीजा को मुकदमे में फंसाकर वसूली के मामले में हुई कार्रवाई जमीनों पर जबरन कब्जे और अन्य गंभीर मामलों में भी गोपनीय जांच की जा रही है।
पुलिस द्वारा हड़कंप मचा देने वाली यह कार्रवाई भूमाफिया व वसूलीबाज दागी पत्रकारों और वकीलों के खिलाफ चले अभियान के बाद शुरू हुए आपरेशन महाकाल के तहत की गई। जिसके दूसरे दिन ही पुलिस ने शहर के चर्चित अधिवक्ता अखिलेश दुबे को गिरफ्तार कर लिया। अखिलेश दुबे के खिलाफ भाजपा नेता रवि सतीजा को मुकदमे में फंसाकर वसूली करने का आरोप है।
मुझे जानकारी में बताया गया कि पुलिस ने दुबे के तीन अन्य साथी भी पकड़े हैं, जिनसे पूछताछ की जा रही है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि अखिलेश दुबे के खिलाफ जमीनों पर जबरन कब्जे और अन्य गंभीर मामलों में भी गोपनीय जांच हो रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद इन मामलों में भी कार्रवाई हो सकती है।
अब तक की जानकारी के मुताबिक आरोप है कि अखिलेश दुबे व उनके साथियों ने भाजपा नेता रवि सतीजा को झूठे मुकदमों में फंसाकर उनसे वसूली की। असल में पिछले साल रवि सतीजा के खिलाफ एक महिला ने अपनी बेटी के साथ छेड़छाड़ व दुष्कर्म के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया था। डीसीपी दक्षिण दीपेंद्र्र नाथ चौधरी ने बताया कि जांच के दौरान सामने आया कि उक्त मामला झूठा दर्ज हुआ था और इसे आधार बनाकर अखिलेश दुबे व लवी मिश्रा भाजपा नेता से महिला से समझौता कराने की एवज में 50 लाख रुपया मांग रहे थे। इसी बीच भाजपा नेता रवि स तीजा ने कमिश्नर अखिल कुमार से मिलकर पूरी बात बताइए जिसके बाद ही अधिवक्ता अखिलेश दुबे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर यह कार्रवाई की गई ,जिससे पूरे जिले के माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।


