(बिन्टू कुमार)
नारायणपुर |स्मार्ट हलचल/कस्बे में इन दिनों खाद की भारी कमी से किसान बेहद परेशान हैं। खेतों में खड़ी फसल के लिए समय पर खाद नहीं मिलने से किसानों की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है। कस्बे में खाद वितरण के लिए केवल दो अधिकृत दुकानदार हैं, लेकिन किसानों का आरोप है कि ये दुकानदार खाद की कालाबाजारी कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि दुकानदारों द्वारा खाद को छिपाकर रखा जा रहा है और फिर ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है। इससे उन्हें मजबूरी में आसपास के गांवों से महंगे दामों पर खाद खरीदनी पड़ रही है। कई किसानों ने बताया कि जब वे अधिकृत दुकानों पर खाद लेने जाते हैं तो उन्हें कह दिया जाता है कि खाद खत्म हो गई है, लेकिन बाद में वही खाद निजी तौर पर अधिक कीमत पर बेची जाती है। इस स्थिति से नाराज किसानों ने प्रशासन से शिकायत की है। उनका कहना है कि यदि जल्द ही खाद की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं की गई, तो उनकी फसलें पूरी तरह से नष्ट हो सकती हैं। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि समय पर उचित कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे। स्थानीय प्रशासन और कृषि विभाग की चुप्पी ने किसानों की चिंता को और बढ़ा दिया है। किसानों का कहना है कि जिम्मेदार विभाग इस गंभीर समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिससे. हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इधर इस संबंध में जब संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार महेन्द्र जैन से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि फिलहाल बाजार में खाद नहीं है, लेकिन जल्द ही खाद की आपूर्ति सुनिश्चित कर दी जाएगी। विभाग इस पर गंभीरता से कार्य कर रहा है।


