(बिन्टू कुमार)
नारायणपुर|स्मार्ट हलचल|नगरपालिका क्षेत्र के गाँव खरकड़ी खुर्द में गुरुवार को दर्दनाक हादसा सामने आया, जहां अज्ञात कारणों से लगी भीषण आग ने किसान श्योराम गुर्जर के कच्चा घर और पशु बाड़े को पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया। आग इतनी तेजी से फैली कि बाड़े में बंधी भेड़, उनके बच्चे और बकरियां कुल 25 पशु मौके पर ही जलकर मर गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सुबह लगभग 10 बजे कच्चे छप्पर से अचानक धुआं उठता दिखा। ग्रामीणों ने तुरंत दौड़कर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन लपटों की तीव्रता इतनी अधिक थी कि कोई भी सामान या पशु बचाया नहीं जा सका। आग की सूचना पर बानसूर नगरपालिका मंडल की फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक पूरा घर और पशु बाड़ा राख में तब्दील हो चुका था। घटना की जानकारी मिलते ही तहसीलदार अनिल कुमार, पटवारी हवाई सिंह, बास दयाल पुलिस, और डॉ. मुकेश कुमार सैनी मौके पर पहुंचे। डॉ. सैनी ने बताया कि आग से 10 भेड़, 10 भेड़ के बच्चे और 5 बकरी जलकर मर गईं। पशुओं के शवों का मुआयना कर रिपोर्ट तैयार की गई। तहसीलदार अनिल कुमार ने प्राथमिक जांच में 1.50 लाख रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया है और मौका रिपोर्ट प्रशासन को भेज दी गई है।
नगरपालिका में अब तक नहीं आई फायर ब्रिगेड, लगातार आग की घटनाओं से बढ़ रही चिंता
नारायणपुर को नगरपालिका बने एक साल से अधिक समय हो चुका है, लेकिन क्षेत्र में आज भी अग्निशमन वाहन उपलब्ध नहीं है। खरकड़ी खुर्द की घटना ने एक बार फिर इस गंभीर कमी की ओर ध्यान खींचा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि नारायणपुर में फायर ब्रिगेड तैनात होती, तो किसान के घर और पशुओं को इतनी बड़ी क्षति से शायद बचाया जा सकता था। इससे पहले भी कुछ महीने पूर्व कस्बे में एक टेंट की दुकान में भीषण आग लगी थी, जिसमें लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया था। तब भी फायर ब्रिगेड की देरी चर्चा का विषय बनी थी। नगरपालिका बनने के बाद से अनेक बार अग्निशमन वाहन की मांग उठ चुकी है, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। क्षेत्रवासियों का कहना है कि बढ़ती घटनाओं को देखते हुए नारायणपुर में जल्द से जल्द फायर स्टेशन और अग्निशमन वाहन की व्यवस्था की जानी चाहिए।


