के के धांधेला
पाटन।स्मार्ट हलचल।किसान संघर्ष समिति नीमकाथाना के बैनर तले किसान संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने नीमकाथाना कलेक्टर कार्यालय के सामने आर.टी.ओ. कार्यालय के पास यमुना नहर का पानी नीमकाथाना (उपखंड ) एवं पाटन में लाने हेतु 7 फरवरी को कलेक्टर के मार्फत प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा, केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री को सौंपा था। उसके बाद 15 फरवरी को संघर्ष समिति का डेलिगेशन मुख्यमंत्री आवास जयपुर जाकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा । एक डेलीगेशन द्वारा यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा को भी ज्ञापन दिया गया था। यमुना के पानी को लेकर किसान संघर्ष समिति के पदाधिकारी उपखंड क्षेत्र के गांव-गांव, ढाणी जाकर किसानों से चर्चा की। किसानों ने पदाधिकारियों से संघर्ष में शामिल होने का आश्वासन दिया। समिति के पदाधिकारियों ने निर्णय लेते हुए सोमवार सुबह ग्यारह बजे से चार तक बजे तक धरना प्रदर्शन किया।
विधायक ने कहा कि क्षेत्र के किसान पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। पानी के अभाव में क्षेत्र की अधिकांश उपजाऊ जमीन बंजर हो गई है। निश्चित रूप से हर ढाणी,गांव, पंचायत, में पानी की समस्या भयंकर रूप लेती जा रही है और दिन प्रतिदिन हालात बहुत बुरे होते जा रहे है। विधायक ने 2020 में विधानसभा में सबसे पहले यमुना के पानी का मुदा उठाया था। केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के बीच बहुत खींच तान के बाद कुम्भाराम लिफ्ट परियोजना का बजट स्वीकृत किया गया। यमुना के पानी को लेकर सरकार के बीच जो समझौता हुआ है उसमें नीमकाथाना को कितना पानी मिल रहा है यह समझौता सामने लाया जाए। यह लडाई आसान नहीं है, लम्बी है इसलिए इस प्रदर्शन में ज्यादा से ज्यादा पहुंच कर इस आंदोलन को सफल बनाना है। धरने में गोवर्धन सिंह तेतरवाल जिला अध्यक्ष किसान महापंचायत नीमकाथाना, बलदेव यादव अध्यक्ष, भोलाराम लाम्बा संरक्षक किसान संघर्ष समिति, प्रधान प्रतिनिधि राजेन्द्र यादव, कान्ता प्रसाद शर्मा, त्रिलोक दीवान, महेश मैगोतिया, मदन लाल सैनी, राजपाल डोई, डॉ जे.पी. यादव, एड. श्रीराम गुर्जर, दयाराम चाहर, अवतार गुर्जर, सुरेश यादव बेगा की नांगल, भोपाल सैनी, जे.पी. वर्मा, रामजीलाल सैनी, दिनेश यादव, कैलाश सैनी, सुरेश खैरवा, विकास कुमावत, रामदेव सिह, भागाराम सैनी, इन्द्र मीणा सरपंच, प्रेम यादव, गुलाब यादव, झाबर सिंह, लीलाराम ऐडवोकेट सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।