(शिवराज बारवाल मीना)
टोंक। स्मार्ट हलचल/जिले के उनियारा उपखंड क्षेत्र के बनेठा ग्राम पंचायत के मालियों की झोंपड़ियां में ईसरदा बांध निर्माण क्षेत्र में अधिगृहित भूमि का मुआवजा 2014 के स्थान पर वर्तमान डीएलसी एवं परिसंपत्तियों की दर से दिए जाने की मांग को लेकर डूब क्षेत्र के किसानों का नौ दिन से चल रहा पडाव शुक्रवार को किसान नेताओं की जिला कलेक्टर सौम्या झा से जिला कलेक्टर कक्ष में हुई वार्ता के बाद समाप्त हो गया।
किसान महापंचायत के युवा प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर चौधरी ने बताया कि जिला कलेक्टर टोंक के माध्यम से वार्ता के लिए किसान नेताओं को जिला कलेक्टर कार्यालय में बुलाए जाने पर किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट, संघर्ष समिति अध्यक्ष जमनालाल माली, युवा प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद चौधरी, विनोद सैनी, भूरालाल सैनी, राजू माली, जिलाध्यक्ष गोपीलाल डोड़वाडी, उपाध्यक्ष सीताराम खादवाल, पीपलू अध्यक्ष दुलाराम प्रजापत समेत किसान नेताओं का एक शिष्टमंडल वार्ता के लिए पहुंचा। इस दौरान पहले चरण की वार्ता अतिरिक्त जिला कलेक्टर टोंक रामरतन सोकरिया, भू-प्रबंध अधिकारी टोंक सुरेश चौधरी, एडीएम पुनर्वास देवली भूपेन्द्र यादव, अधीक्षण अभियंता जितेन्द्र लुहाड़िया, अधिशाषी अभियंता मानसिंह मीना के साथ चली। जिसमें कानून के अनुसार मुआवजा दिया जाने पर सहमति व्यक्त हुई। इसके बाद जिला कलेक्टर टोंक डॉ. सौम्या झा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर रामरतन सोकरिया, भू-प्रबंध अधिकारी सुरेश चौधरी से चार घंटे चली, वार्ता के बाद किसानों व जिला प्रशासन के बीच किसान नेता रामेश्वर चौधरी ने बताया कि जिला प्रशासन से जब-तक मालियों की झोपड़ियों का सम्पूर्ण विस्थापन नहीं होगा, तब तक खेती-बाड़ी आजीविका के संसाधनों को खुर्द-बुर्द नहीं किया जायेगा। वर्ष 2014 के अनुसार वितरण किया गया मुआवजा के स्थान पर वर्तमान समय के अनुसार मुआवजा उच्चाधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर तैयार किया जाएगा। धारा-19 व अवार्ड में एक वर्ष से अधिक समय लगने के कारण वितरण मुआवजा एवं नया मुआवजा अन्तर राशि उच्चाधिकारियों के निर्देशो के अनुसार करवाई जाएगी। बनेठा विस्थापित कॉलोनी के कांकरिया खाल के बहाव क्षेत्र में वितरण किये गए प्लाट निरस्त कर चारों और 7 फिट ऊंचाई की चारदिवारी एवं प्लाटों से रोड़ में काम ली गई मिट्टी को बाहर से मिट्टी डाली जायेगी। मालियों की झोपड़ियों के परिवार एवं मकान के मुआवजे के लिए धारा-4(1) की कार्यवाही की जाकर जल्द मुआवजा दिलाया जायेगा। मालियों झोपड़ियों के लिए नई खाली जमीन ख़ोजकर मुआवजा विस्थापित परिवारों को मूलभूत सुविधाएं विकसित कर उपलब्ध कराई जाएगी। बिसलपुर पेयजल की पाईप लाईन को ईसरदा बांध निर्माणाधीन कम्पनी ने तोड़ दिया, उसे कम्पनी स्तर पर ठीक किया जायेगा। बांध से सम्बंधित कागजात सोमवार को दिया जाना सुनिश्चित करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी अधीक्षण अभियंता जितेन्द्र लुहाड़िया को दी गई है। इस पर आपसी सहमति बन पाई है। जिसके बाद बनेठा मालियों की झोपडियां में पिछले नौ दिनों से चला आ रहा ईसरदा बांध डूब क्षेत्र के किसानों का धरना स्थगित हो गया हैं।