स्मार्ट हलचल।टोंक|बीसलपुर परियोजना के अंतर्गत आने वाली दाखिया बांध की नहर में सिंचाई के लिय पानी छोड़ने की मांग को लेकर किसानों द्वारा दिया जा रहा धरना शुक्रवार को 8 वें दिन भी यथावत जारी रहा।ग्रामीणों का आरोप है कि सिंचाई विभाग द्वारा नहर में समय पर पानी नहीं छोड़ा जा रहा है जिससे रबी की फसलें सूखने के कगार पर हैं।किसान नेता भरतराज ने बताया कि सिंचाई विभाग ने 25 नवंबर को नहर में पानी छोड़ने की बात कही थी।जब कि 3 नवंबर को छोड़ा पानी 12 किलोमीटर लंबी नहर में 12 घंटे में पानी पहुंच जाना चाहिए था।लेकिन 50 घंटे गुजरने के बाद भी पानी मात्र 8 किलोमीटर तक ही पहुंच पाया। किसानों का कहना है कि यह विभाग की लापरवाही है और जानबूझकर किसानों की फसलें बर्बाद की जा रही हैं।आउटलेट 8 नंबर तक नहर को गिला कर के दिखाया गया
किसानों ने आरोप लगाया कि जिला कलेक्टर भी इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।उनका कहना है कि कलेक्टर की जवाबदेही सरकार के प्रति अधिक है।न कि किसानों के प्रति जिसके कारण ग्रामीणों की सुनवाई नहीं हो रही।किसान प्रतिनिधियों ने कहा कि सिंचाई नीति के अनुसार पानी की आपूर्ति टेल से शुरू की जानी चाहिए।लेकिन विभाग इसके विपरीत कार्य कर रहा है।
टेल के किसानों का पानी चोरी किया जा रहा है जिसे विभाग रोकने में नाकाम रहा है।किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र समाधान नहीं दिया गया तो आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है।किसान नेता भरत राज मीना ने बताया है कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई हो तथा जिला प्रशासन हस्तक्षेप कर किसानों की समस्या का तत्काल समाधान करवाए।धरने में शामिल रतनी,सीता,कजोड़ी,कपूर चंद माली,धनराज परोता,जगन्नाथ गुड्डू,स्वराज पारोता,रामप्यारी,फुला रतनी आदि मौजूद रही।


