बन्शीलाल धाकड़
स्मार्ट हलचल, दिनांक 13 फरवरी 2023 को कृषि विज्ञान केंद्र में मोटा अनाज जागरूकता अभियान के अंतर्गत एक दिवसीय संस्थागत महिला प्रशिक्षण का आयोजन किया गया इस प्रशिक्षण में बड़ी सादड़ी के किरतपुरा गांव के 25 महिलाओं ने भाग लिया
इस कार्यक्रम के दौरान महिला प्रशिक्षण प्रभारी ने महिला प्रशिक्षण प्रभारी डॉ दीपा इंदोरिया ने बताया कि
भारत सरकार का उद्देश्य है कि लोगों को मिलेट्स के बारे में जागरूक किया जाए ताकि के हर इलाके के निवासी में मिलेट्स के महत्व को समझें और अपने आहार में शामिल करें इसके दो तरफा फायदे होंगे इससे एक तो किसानों को लाभकारी मूल्य एवं बाजार मिलेगा दूसरा के विभिन्न निवासियों को मिलेट्स की पौष्टिकता का लाभ होगा
भारत में मिलेट्स के अंतर्गत बाजरा ,ज्वार ,रागी कुटकी, कोदो, सामा , कांगनी , राजगीरा इत्यादि अनाज आते हैं समय के साथ-साथ इनका महत्व कम होता गया क्योंकि भारतीयों ने पश्चिम देशों के खानपान से प्रभावित होकर मिलेट्स को ग्रामीण परिवेश के भोजन के रूप में देखना शुरू कर दिया जिसके फलस्वरूप फसल बाजार भी कम हुआ और खेती में भी कमी आईl
क्योंकि यह अनाज आयरन कैल्शियम एवं रेशे से भरपूर भरपूर होने के कारण अत्यंत पौष्टिक हैं और अगर आहार में शामिल किया जाए स्वास्थ्य पर काफी सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेंगे
कार्यक्रम के दौरान बांसवाड़ा से ऑनलाइन डॉ.रश्मि दवे ने बताया कि दैनिक जीवन में इन अनाजों के काफी सारे व्यंजन बनाए जा सकते हैं तथा मिलेट्स अनाज से बनाए जाने वाले विभिन्न व्यंजनों को बनाने की विधि की जानकारी दी, डॉक्टर दवे ने बताया कि यह व्यंजन तैयार करके बाजार में बेचे जा सकते हैं जिससे महिलाओं के लिए आर्थिक रूप से सशक्त होने का एक और मार्ग प्रशस्त होगाl कार्यक्रम के अंत में महिलाओं को आरोग्य वाटिका विषय पर आधारित पुस्तिका भी वितरित की गई इस पुस्तिका में विभिन्न औषधीय पौधे जो कि पोषक वाटिका में लगाए जा सकते हैं, कि विस्तृत जानकारी दी गई है।