विस अध्यक्ष ने फिल्टर प्लांट का किया निरीक्षण, सर्किट हाऊस में बैठक
फॉयसागर से भी होगी जलापूर्ति
(हरिप्रसाद शर्मा)
अजमेर/स्मार्ट हलचल/विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की सख्ती के बाद जलदाय विभाग शहर की जलापूर्ति में सुधार को लेकर एक्शन मोड में आ गया है। विभाग ने फॉयसागर झील से शहर को मीठे पानी की आपूर्ति की तैयारी शुरू कर दी है। गुरुवार को देवनानी ने फॉयसागर रोड़ स्थित फिल्टर प्लांट का निरीक्षण किया। उन्होंने अफसरों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि नियमित जलापूर्ति और गर्मियों से पहले पेयजल प्रबंधन हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसमें किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
वासुदेव देवनानी ने शहर और अजमेर उत्तर क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था में सुधार को लेकर बैठक ली। उन्होंने सर्किट हाऊस में आयोजित बैठक में पेयजल आपूर्ति में तत्काल सुधार और दीर्घकालिक प्रबंधन को लेकर अफसरों से चर्चा की। इससे पहले उन्होंने फिल्टर प्लांट का निरीक्षण किया।
देवनानी ने फॉयसागर झील से शहर में होने वाली जलापूर्ति की व्यवस्थाओं को देखा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया की पेयजल आपूर्ति का खाका इस तरह तैयार किया जाए कि प्रत्येक क्षेत्र को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल सके। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि फॉयसागर से 3 एमएलडी पानी लिया जाएगा। इसे समान रूप से वितरित करने की योजना तैयार कर ली गई है।
विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों से कहा कि जलापूर्ति में तत्काल सुधार के साथ ही भविष्य को देखते हुए भी योजना तैयार की जाए। इसके लिए अमृत योजना- फेज द्वितीय के तहत पूर्व में तैयार किए गए प्रस्तावों को दोबारा तैयार किया जाए और उन्हें शहर की आवश्यकताओं के अनुरूप डिजाइन किया जाए। यह प्रस्ताव भविष्य में अजमेर में उन्नत जल प्रबंधन की नींव साबित होंगे।
देवनानी ने अधिकारियों से कहा कि शहर में लीकेज को तुरन्त सुधारा जाए और जलापूर्ति के समय सभी स्तर के अधिकारी पेट्रोलिंग करे ताकि यह पता लगे कि लीकेज कहा है। जलापूर्ति के समय अधिकारी शहर के अंतिम छोर पर भी जाएं और देखें कि पानी का प्रेशर कितना आ रहा है। ज्यादातर जगहों पर अनियमित और बेहद कम दबाव से जलापूर्ति हो रही है, इसे तुरन्त सुधारा जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि ग्राम लोहागल और माकड़वाली समेत विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में लंबे अंतराल से पेयजल आपूर्ति हो रही है। इसके कारणों को चिन्हित कर जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। साथ ही इन क्षेत्रों में जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर तुरन्त तैयार कर पेयजल की आपूर्ति करवायी जाए। बैठक में जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता एवं अधीक्षण अभियंता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
यह है जलदाय विभाग का प्लान
अधिकारियों ने विधानसभा अध्यक्ष को जानकारी दी कि वर्ष 2010 तक फॉयसागर झील से जल उपलब्धता के अनुसार प्रतिदिन 10 से 15 घंटे जल वितरण किया जा रहा था। बीसलपुर द्वितीय फेज प्रारम्भ होने के बाद फॉयसागर के जल का पेयजल आपूर्ति के लिए उपयोग नहीं हो पाया। अब फिल्टर प्लांट से आठ महीने के लिए 8 एमएलडी पानी की आपूर्ति की जा सकती है। झील से फिल्टर प्लांट तक पाइप लाइन की हाईड्रो टेस्टिग की जा रही है। इसी तरह शहर के प्रमुख कुएं और बावडियो से भी जलापूर्ति के प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं