सुनील बाजपेई
कानपुर।स्मार्ट हलचल|आर्थिक तंगी और उसकी वजह से ही पारिवारिक कलह के चलते तीन लोगों ने संसार को अलविदा कह दिया। आत्महत्या करने वाले तीनों लोगों की लाशों को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भिजवाने के बाद घटना की छानबीन भी शुरू कर दी है। वहीं उनके परिवार में कोहराम भी मचा हुआ है।
आत्महत्या के रूप में असमय मौत को गले लगाने की यह घटनाएं पनकी, बर्रा व सचेंडी थानाक्षेत्र में अलग-अलग कारणों सें हुई।
पहली घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार बर्रा विश्वबैंक निवासी छक्की लाल (56) लोडर चालक थे, परिवार में पत्नी शांति व दो बेटे अश्वनी और नीरज हैं। अश्वनी ने बताया कि पिता सांस की बीमारी से ग्रसित थे, जिसका इलाज चल रहा था। रविवार रात 8 बजे घर लौटने के बाद वह बेटे अंश व सोम के साथ खेल रहे थे। कुछ देर बाद वह बिना बताए घर से निकल गए। काफी देर तक वापस न आने पर तलाश शुरू की, लेकिन कोई पता नहीं चला।
रविवार सुबह पनकी पुलिस को कपली गांव के पास ट्रेन की पटरी पर शव पड़ा मिला।
इसी तरह की दूसरी घटना के मुताबिक नौबस्ता के सिमरा गांव निवासी अविनाश पाल ऑटो पार्ट्स की दुकान में काम करते हैं। परिवार में 24 वर्षीय पत्नी सोनी, दो बच्चे अश्वनी और सात माह का बेटा है। परिजनों ने बताया कि रविवार को सोनी का पति अविनाश से खाना बनाने को लेकर झगड़ा हो गया, जिसके बाद पति सब्जी लेने बाजार चला गया।
इस बीच सोनी ने अपने सात माह के बेटे को सास को देकर फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली, जब पति सब्जी लेकर घर लौटा तो उन्हें घटना की जानकारी हुई। नौबस्ता थाना प्रभारी बहादुर सिंह ने बताया कि पति से विवाद के बाद पत्नी ने आत्महत्या की है। जबकि तीसरी घटना के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक सचेंडी के रामनारायण पुरवा निवासी ओम प्रकाश ट्रक ड्राइवर हैं। उनके परिवार में पत्नी, चार बेटे और एक शादीशुदा बेटी है। परिजनों ने बताया कि 20 वर्षीय बेटा विशाल ट्रक में क्लीनर का काम करता था। रविवार रात को वह घर लौटा और अपने कमरे में सोने चला गया। आज सोमवार सुबह परिजन उठे तो उसका सब फंदे से लटकता हुआ मिला। घटना की जानकारी के बाद परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इन तीनों घटनाओं का संबंध आर्थिक तंगी और इसी वजह से पारिवारिक कलह से जुड़ी बताई गई है । पुलिस ने तीनों की लाशों को पोस्टमार्टम भेजने के बाद घटना की छानबीन शुरू कर दी है।


