(बिन्टू कुमार)
नारायणपुर| स्मार्ट हलचल|ग्राम पंचायत बामनवास कांकड़ के भीड़का की ढाणी बंजारा बस्ती में मंगलवार देर रात को अज्ञात कारणों से लगी आग ने दो कच्चे घरों को अपनी चपेट में ले लिया। इस हृदयविदारक घटना में लगभग 8.50 लाख रुपए मूल्य का घरेलू सामान और दहेज सामग्री जलकर राख हो गई। पटवारी रोहिताश योगी ने बताया कि सीता देवी पत्नी लाडाराम बंजारा जो करीब दस वर्षों से इस ढाणी में निवास कर रही थी, उनके घर में रात करीब 10 बजे अचानक आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि देखते ही देखते दो कच्चे घर जलकर पूरी तरह खाक हो गए। आग लगने की सूचना मिलते ही पूरे बंजारा बस्ती में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने रात के अंधेरे में ही बिना किसी देरी के आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया। महिला, पुरुष और बच्चों ने मिलकर बाल्टी, मटके, रेत और पानी से आग बुझाई। कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस हादसे में अनाज, कपड़े, चारपाई, खाने-पीने का सामान, पशुओं का चारा, जरूरी दस्तावेज और घरेलू उपयोग की कई वस्तुएं पूरी तरह से जलकर नष्ट हो गईं। बुधवार सुबह सरपंच गणेश जाट, हल्का पटवारी रोहिताश योगी और प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। पटवारी द्वारा तैयार की गई मौका रिपोर्ट के अनुसार कुल नुकसान लगभग 8.50 लाख रुपये आँका गया है। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है।
शादी से पहले ही जल गया बेटी का दहेज, सीता देवी पर टूटा दुखों का पहाड़
इस अग्निकांड ने सीता देवी के परिवार पर दुखों का पहाड़ तोड़ दिया है। जानकारी के अनुसार सीता देवी की दो बेटियों की शादी आगामी 22 मई को तय थी। परिवार पूरी तैयारी में जुटा हुआ था। दोनों बेटियों का दहेज सामान फर्नीचर और कपड़े घर में ही रखे गए थे, जो इस भीषण आग में पूरी तरह से जलकर खाक हो गए। सीता देवी ने बताया कि सालों की मेहनत और बचत से उन्होंने बेटियों के लिए दहेज और शादी की तैयारियां की थीं, लेकिन एक रात की आग ने सब कुछ छीन लिया। अब शादी की तारीख नजदीक है और पूरा परिवार असहाय महसूस कर रहा है। प्रशासन और समाजसेवियों से पीड़ित परिवार ने मदद की गुहार लगाई है ताकि बेटियों की शादी समय पर संपन्न हो सके।