First female president in Mexico:मेक्सिको में पहली बार कोई महिला राष्ट्रपति की कुर्सी संभालेगी. क्लाउडिया शिनबाम वो नाम है जो आज कल काफी चर्चा में है. क्योंकि वह पहली महिला है जो मेक्सिको के राष्ट्रपति की कुर्सी तक पहुंची हैं. मेक्सिको में राष्ट्रपति चुनाव के लिए कल यानी रविवार को मतदान हुआ था. ये पहली बार था जब देश में राष्ट्रपति पद के लिए दो महिलाएं आमने सामने थीं. दरअसल, मेक्सिको का इतिहास लिंग भेद और महिला भेदभाव वाला रहा है. ऐसे में मेक्सिको के सर्वोच्च राष्ट्रपति पद पर किसी महिला का चुना जाना यकीनन ऐतिहासिक क्षण है.
राष्ट्रपति पद के लिए पहली बार महिलाएं आमने सामने
ये पहला मौका था जब मेक्सिको में राष्ट्पति पद के लिए दो महिलाएं आमने सामने थीं. जिमसें क्लाउडिया शिनबाम ने बाजी मार ली. क्लाउडिया शिनबाम वामपंथी मोरेना पार्टी की उम्मीदवार थीं, जबकि उनसे सामने रूढ़िवादी पीएएन पार्टी से ज़ोचिटल गाल्वेज़ थे. जो विपक्षी दलों के गठबंधन का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. जबकि तीसरा उम्मीदवार जॉर्ज अल्वारेज़ मायनेज़ हैं, जो इस दौड़ में सबसे युवा थीं. वह केंद्र-वाम नागरिक आंदोलन का प्रतिनिधित्व करती हैं.
मेक्सिको में 98 मिलियन वोटर्स ने अपना वोट किया है और 1.4 मिलियन मेक्सिन ऐसे हैं, जो विदेश से भी अपना वोट कास्ट कर सकते हैं. 20,000 से अधिक पदों पर नियुक्ति की जानी है, जिनमें से अनुमानतः 70,000 उम्मीदवार सीनेटर, मेयर और गवर्नर बनने की होड़ में हैं.
इस चुनाव में हिंसा का बोलबाला रहा है, जो मेक्सिको के इतिहास में सबसे खूनी चुनाव है. सत्ता में आने वालों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे आपराधिक संगठनों ने दर्जनों राजनीतिक उम्मीदवारों और आवेदकों की हत्या की है.
मेक्सिको की राजनीति में ऐतिहासिक है ये चुनाव
मेक्सिको की राजनीति में यह चुनाव ऐतिहासिक भूमिका निभा रहे हैं. दो महिलाओं का राष्ट्रपति चुनाव में खड़ा होना 1988 से देश में हुई प्रोग्रेस को दिखाता है. बता दें कि 1988 में मेक्सिको में पहले चुनाव हुए थे. रविवार को हुए चुनाव मेक्सिको के लोकतंत्र को अधिक मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाएगा.
कौन हैं क्लाउडिया शिनबाम
61 साल की उम्र में, शीनबाम अपना काफी सारा अनुभव लेकर आई हैं, उन्होंने मेक्सिको सिटी के मेयर के रूप में काम किया है और खुद वह पेशे से जलवायु वैज्ञानिक हैं. मौजूदा राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज़ ओब्रेडोर की एक कट्टर सहयोगी, शीनबाम की उम्मीदवारी सामाजिक कल्याण, शिक्षा और पर्यावरणीय स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करने वाली उनकी नीतियों की निरंतरता का प्रतिनिधित्व करती है.
यदि वह निर्वाचित होती हैं, तो वह न केवल मेक्सिको की पहली महिला राष्ट्रपति होंगी, बल्कि CNN की रिपोर्ट के अनुसार, यहूदी विरासत की पहली नेता भी होंगी. अपनी नीतियों में, शीनबाम ने वादा किया है:
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए लोपेज़ ओब्रेडोर के पेंशन कार्यक्रम को जारी रखना
- छात्रों के लिए छात्रवृत्ति का विस्तार करना
- छोटे पैमाने के किसानों के लिए मुफ्त उर्वरक प्रदान करना
- राष्ट्रीय रक्षक और न्यायिक सुधारों के एकीकरण सहित व्यापक सुरक्षा सुधारों को लागू करना