किशन खटीक/
रायपुर 19 सितंबर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत मूलभूत साक्षरता एवं संख्या ज्ञान (एफएलएन) को विद्यालयों में प्रभावी रूप से लागू करने के उद्देश्य से दो दिवसीय क्लस्टर स्तरीय कार्यशाला का आयोजन राजकीय महाराणा उच्च माध्यमिक विद्यालय, रायपुर में किया गया ! इस कार्यशाला में पीईईओ रायपुर के अधीन 4 पीईईओ विद्यालयों के शिक्षकों ने भाग लिया। कार्यशाला का शुभारंभ क्लस्टर प्रभारी पीईईओ रमेश चांवला,दक्ष प्रशिक्षक व्याख्याता मातादीन गुर्जर एवं वरिष्ठ अध्यापक नवीन कुमार बाबेल द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यशाला के प्रथम दिवस मातादीन गुर्जर ने एफएलएन की व्यापक अवधारणा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों की पढ़ने, लिखने और गणना करने की बुनियादी क्षमता उनके सम्पूर्ण शैक्षणिक जीवन की नींव है। पीईईओ रमेश चांवला ने कहा कि जब बच्चों को सीखने का तरीका रोचक लगे,तो वे स्वतः ही रुचि लेने लगते हैं। उन्होंने शिक्षकों की जमीनी चुनौतियों को समझते हुए व्यावहारिक समाधान भी प्रस्तुत किए।
कार्यशाला के दूसरे दिवस दक्ष प्रशिक्षक नवीन कुमार बाबेल ने “खेल-खेल में गणित” विषय पर आधारित गतिविधियों के माध्यम से बताया कि गणित जैसे कठिन माने जाने वाले विषय को रोचक व तनावमुक्त तरीके से बच्चों को कैसे सिखाया जा सकता है। उन्होंने खेल आधारित शिक्षण विधियों का प्रदर्शन कर शिक्षकों को प्रेरित किया। शिक्षकों ने
ज्ञान निर्माण की प्रक्रिया का प्रस्तुतिकरण सीखा साथ ही गतिविधि आधारित शिक्षण द्वारा
शिक्षण को रोचक बनाने के तरीके चार्ट और गतिविधि द्वारा प्रस्तुत किए ।
रिफ्लेक्टिव प्रश्न निर्माण , एबीएल के उपयोग ,सीखे ।
बाबेल ने उपस्थित शिक्षकों को नवाचार और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने का आह्वान करते हुए कहा कि एफएलएन के लक्ष्यों की प्राप्ति में शिक्षकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने विभागीय योजनाओं को समयबद्ध रूप से लागू करने के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए ।
इस अवसर पर रामरघुनाथ चौधरी ने समापन समारोह में मंच संचालन किया ।


