संभल में चार प्राचीन कुएं मिले, शिव मंदिर परिसर से शिव परिवार की खंडित मूर्तियां बरामद, प्रशासन जुटा संरक्षण और जांच में
(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
लखनऊ। स्मार्ट हलचल/उत्तर प्रदेश के संभल में अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान चार प्राचीन कुएं मिले हैं, जिनमें से एक खग्गू सराय के शिव मंदिर परिसर में है। यहां कुएं की खोदाई में भगवान शिव, गणेश, कार्तिकेय और माता पार्वती की खंडित मूर्तियां बरामद हुई हैं। प्रशासन अब इन प्राचीन धरोहरों के संरक्षण और जांच में जुटा है।
शहर के खग्गू सराय, आलम सराय, कोटगर्वी और एजेंटी तिराहा के कुओं को खोलने के लिए नगर पालिका ने विशेष अभियान चलाया है। ईओ मणिभूषण तिवारी ने बताया कि इन इलाकों में अतिक्रमण हटाकर प्राचीन कुओं को उनके पुराने स्वरूप में लौटाने का काम किया जा रहा है। फिलहाल इनकी खोदाई और सफाई का कार्य जारी है।
मंदिर परिसर में मिलीं खंडित मूर्तियां
खग्गू सराय स्थित शिव मंदिर के प्राचीन कुएं में शनिवार को खोदाई के दौरान भगवान शिव और उनके परिवार की तीन खंडित मूर्तियां मिलीं। एएसपी श्रीश्चद्र ने बताया कि यह मूर्तियां मिट्टी और मलबे के बीच दबाई गई थीं। मूर्तियां कैसे खंडित हुईं, इसकी जांच की जा रही है।
यह मंदिर 1978 के दंगों के बाद से बंद था। मंदिर की देखभाल करने वाले 40 रस्तोगी परिवार क्षेत्र से पलायन कर गए थे। तब से मंदिर और कुआं उपेक्षित थे। अब मंदिर के कपाट खोलकर उसकी सफाई कराई गई है और खोदाई का काम शुरू हुआ है।
मुस्लिम क्षेत्र में बंद कुएं और मस्जिदें
कोटगर्वी और खग्गू सराय की दो मस्जिदों में भी बंद कुएं मिले हैं। ईओ तिवारी ने कहा कि ये सभी नगर पालिका की संपत्ति हैं। इन कुओं को अतिक्रमण से मुक्त कर पुराने स्वरूप में लौटाया जाएगा। कुओं की खोदाई के साथ सफाई का काम तेजी से चल रहा है। इसके बाद इन्हें सुरक्षित रखने के लिए कवर, जाल और गेट लगाए जाएंगे।
कुएं का धार्मिक महत्व और सुरक्षा के इंतजाम
खग्गू सराय स्थित मंदिर और कुएं की जानकारी मिलते ही यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि खोदाई के दौरान मिली मूर्तियों को सुरक्षित रखा गया है। मंदिर और कुएं को संरक्षण देकर श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा।
नगर पालिका के विशेष अभियान में अब तक पांच इलाकों में प्राचीन कुएं मिले हैं। ये स्थान हैं—खग्गू सराय, आलम सराय, कोटगर्वी, एजेंटी तिराहा और चमन सराय। ईओ ने कहा कि यह अभियान सभी बंद कुओं को अतिक्रमण से मुक्त करने और इनके ऐतिहासिक स्वरूप को बनाए रखने के लिए चलाया जा रहा है।
संभल की इस कार्रवाई में धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व की धरोहरें सामने आई हैं, जिनका संरक्षण प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है।