जगह जगह हुआ भव्य स्वागत
स्मार्ट हलचल
चौमहला
महामृत्युंजय तप (मासक्षमण 31 उपवास) तपस्या आराधिका सपना संजय भंडारी की तपस्या अनुमोदनार्थ वरघोड़ा जैन मंदिर से निकाला गया जिसमे बड़ी संख्या में समाज के लोगो ने भाग लिया। सपना भंडारी का जगह-जगह स्वागत किया गया।
जैन श्वेतांबर मंदिर में चातुर्मास कर रही साध्वी सौम्य रत्ना श्रीजी महाराज ठाणा 7 की प्रेरणा से सपना संजय भंडारी द्वारा मासक्षमण 31 उपवास की कठोर तपस्या की गई जो गुरुवार को पूर्ण हुई ,इस अवसर पर जैन समाज द्वारा तपस्वी सपना भंडारी का कस्बे में वरघोड़ा निकाला गया ,जुलूस सुबह जैन मंदिर से बेंडबाजो के साथ शुरू हुआ जो नगर के मुख्य मार्गो से गुजरा ,जुलूस में भगवान का रथ शरीक था तथा बग्गी पर तपस्वी सवार थी, युवक युवतियां जयकारा करते हुए चल रहे थे,रास्ते में जगह जगह विभिन्न धार्मिक सामाजिक संगठनों द्वारा जुलूस व तपस्वी का स्वागत किया गया,जुलूस के समापन पर श्री संघ की ओर से तपस्वी का बहुमान किया गया।
इस अवसर पर आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए साध्वी सौम्य रत्ना श्रीजी महाराज ने कहा तप से आत्मा पवित्र हो जाती है। अनादि काल से आत्मा पर लगे हुए कर्मों को विलग करने के लिए शरीर को तपस्या द्वारा तपाना जरूरी है। बिना कष्ट से लक्ष्य की प्राप्ति नहीं हो सकती है। चंदन को जितना ज्यादा घिसा जाता है, वह उतना ही सुगंध देता है। सोने को तपाने पर ही चमक आती है, एवं चोट सहन करने पर ही पत्थर मूर्ति का रूप धारण कर पाता है।
इस अवसर पर मूर्ति पूजक संघ अध्यक्ष केसरीमल जैन,मनोहर ओसवाल,गोतम जैन,वीरेंद्र डोसी,हंसराज जैन,प्रदीप डोसी,पवन पिछोलिया,अरविंद महाजन,महावीर लोढ़ा,विनोद जैन,पारस भंडारी,अशोक भंडारी,संजय भंडारी, समरथ भंडारी,राजेश जैन सहित चौमहला,गंगधार,सुवासरा,आलोट,बेरछा,उन्हेल नागेश्वर,डग,बडौद ,कालीसिंध ,जावरा मंदसौर सहित कई शहरों से समाज के लोगो ने भाग लिया।