सुनील बाजपेई
कानपुर।स्मार्ट हलचल|मौत आती है तो इंसान को किसी ने किसी बहाने से अपने साथ ले ही जाती है। कुछ ऐसा ही हुआ चार युवा मजदूर के साथ। उनकी ठंड से बचने के चक्कर में मौत हो गई। चारों कोयले की अंगीठी जलाकर सोए हुए थे। पुलिस का दावा है कि मौत की वजह धुएं से दम घुटने है। घटना की सही वजह जानने के लिए पुलिस ने उनके परिजनों को सूचित करने के साथ ही पोस्टमार्टम के लिए शवों को भी भेज दिया है।
यह घटना बीती सुक्रवार की रात पनकी थाना क्षेत्र के इंडस्ट्रियल एरिया साइट-2 में स्थित एक ऑयल सीड मील में हुई। मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि यहां पर ठंड से बचने के लिए कमरे के अंदर कोयला जलाकर सो रहे चार मजदूरों की कार्बन मोनोऑक्साइड गैस से दम घुटकर मौत हो गई। सुबह साथियों ने दरवाजा खोला तो अंदर का दृश्य देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।
पुलिस से जानकारी के मुताबिक, मील में कुल सात कर्मचारी काम करते थे। देर रात खाना खाने के बाद चार युवक—अमित वर्मा (32), राहुल सिंह (23), संजू सिंह (22) और दाऊद अंसारी (28)—कमरे में ही रुक गए। उन्होंने अंदर से दरवाजा बंद कर ठंड दूर करने के लिए कोयला जला लिया। कमरे में वेंटिलेशन का कोई इंतज़ाम नहीं था। कोयला जलने से धीरे-धीरे कार्बन मोनोऑक्साइड गैस भरती गई और चारों युवक नींद में ही दम तोड़ बैठे। वहीं पुलिस आयुक्त रघुबीर लाल ने बताया कि फेब्रिकेटर का काम करने वाले सभी मृतक देवरिया जिले के तरकुलवा क्षेत्र के रहने वाले थे।
इस घटना की जानकारी तब हुई जब सुबह करीब छह बजे जब उनके साथी कमरे के बाहर पहुंचे तो काफी देर आवाज देने के बाद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। किसी तरह दरवाजा खुलवाने पर अंदर चारों को मृत अवस्था में देख चीख-पुकार मच गई। घटना की सूचना पर पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। टीम ने कमरे की बारीकी से जांच की और सैंपल जुटाए। पुलिस ने बताया कि मौत का कारण जहरीली गैस ही प्रतीत हो रहा है। घटना की जांच की जा रही है।


