*किसान को लगा झटका
*मुंबई में एक कंपनी खोली और 143 करोड़ रुपये की वित्तीय लेनदेन
(हरिप्रसाद शर्मा)
अजमेर/ स्मार्ट हलचल/अजमेर जिले के सरवाड़ निवासी एक 12वीं पास किसान के पैन कार्ड से फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है। किसान ने आरोप लगाया है कि बदमाशों ने उसके पैन कार्ड का दुरुपयोग कर मुंबई में एक कंपनी खोली और 143 करोड़ रुपये की वित्तीय लेनदेन की। पीड़ित को इस फर्जीवाड़े के बारे में आयकर विभाग के नोटिस के माध्यम से जानकारी मिली। अब वह पुलिस और आयकर विभाग से इस मामले में कार्रवाई की मांग कर रहा है।
सरवाड़ निवासी रामराज चौधरी ने बताया कि 3 अप्रैल को उसे आयकर विभाग से एक नोटिस प्राप्त हुआ, जिसमें उसे बताया गया कि उसके पैन कार्ड का इस्तेमाल करके धोखाधड़ी की गई है। इस नोटिस में बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में नीतिया एक्जिम नामक एक कंपनी खोली गई है, जो उसकी जानकारी के बिना बनाई गई। इसके अलावा, कोटक महिंद्रा बैंक में एक खाता भी खोला गया है, जिसकी उसे कोई जानकारी नहीं थी। रामराज चौधरी का कहना है कि उसने न तो महिंद्रा बैंक में खाता खुलवाया है और न ही उसने मुंबई में कभी कोई कंपनी बनाई है।
उन्होंने आगे कहा कि वह केवल एक 12वीं पास किसान हैं और उन्होंने कभी भी किसी प्रकार की कोई कंपनी या फर्म नहीं खोली। इस फर्जीवाड़े का पता उसे आयकर विभाग द्वारा भेजे गए नोटिस के बाद चला। जब रामराज चौधरी ने आयकर विभाग से संपर्क किया, तो उन्हें बताया गया कि उनका नाम इस्तेमाल कर 143 करोड़ रुपये की लेनदेन की गई है, जो उनके लिए संभव नहीं है। इस धोखाधड़ी के कारण वह मानसिक तनाव में हैं और अपनी पहचान को लेकर परेशान हैं।
रामराज चौधरी ने इस मामले की शिकायत पहले संबंधित थाने और साइबर थाने में दी थी, लेकिन किसी भी थाने में उसका मामला दर्ज नहीं किया गया। इस पर उसने अब अजमेर के एसपी वंदिता राणा को शिकायत दी है और मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस फर्जीवाड़े के कारण उनके परिवार और उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान हुआ है। रामराज चौधरी का कहना है कि यह मामला बहुत गंभीर है और इसमें शामिल अपराधियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
इस घटना ने यह सवाल खड़ा किया है कि किस तरह से पैन कार्ड और अन्य व्यक्तिगत दस्तावेजों का दुरुपयोग किया जा सकता है। रामराज चौधरी ने इस मामले में पुलिस और आयकर विभाग से निष्पक्ष और शीघ्र जांच की उम्मीद जताई है। इस तरह के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने की आवश्यकता है, ताकि अन्य नागरिकों को भी इस तरह के धोखाधड़ी का सामना न करना पड़े।