एफआरटी कर्मचारी एसोसिएशन ने लाइनमैन को गिरफ्तार करने सहित घायल कर्मचारी को 25 लाख मुआवजा व नौकरी देने की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन-अनिश्चितकालीन धरना शुरू
(शिवराज बारवाल मीना)
टोंक/निवाई।स्मार्ट हलचल/राजस्थान विद्युत तकनीकी एफआरटी कर्मचारी एसोसिएशन के तत्वावधान में सोमवार को एसडीएम निवाई सुरेश कुमार हरसोलिया को विद्युत ट्रांसफार्मर ठीक करने के दौरान करंट से झुलसे हैल्पर कर्मचारी मांगीलाल जैन को 25 लाख रूपए का मुआवजा दिलवाने, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने एवं सरकारी लाइनमैन को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है।
सौंपे गए ज्ञापन में बताया कि रविवार की सुबह वनस्थली मोड पर स्थित चौहान एनक्लेव सर्वोदय कांटा के पास लगी हुई डीपी को ठीक करने के लिए विद्युत विभाग के कर्मचारियों की टीम पहुंची थीं। टीम के साथ में विभाग का सरकारी लाइनमैन सुरेश वर्मा भी मौजूद था। डीपी पर चढने से पूर्व कर्मचारियों ने लाइनमैन सुरेश वर्मा से विधुत लाईन शटडाउन लेने के लिए कहा। लेकिन उन्होंने धमकाते हुए कर्मचारियों को डीपी चेक करने के लिए कहा। इस पर हेल्पर कर्मचारी मांगीलाल जैन डीपी पर चढ़ गए और डीपी को चेक करने लगे तभी उसमें करंट आ गया और वह बुरी तरह झुलस गया। जिसे उसके साथियों ने राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय निवाई में उपचार के लिए भर्ती करवाया। जहां हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार कर उसे जयपुर रेफर कर दिया। राजस्थान विद्युत तकनिकी एफआरटी कर्मचारी एसोसिएशन ने विद्युत विभाग के सरकारी लाइनमैन सुरेश वर्मा के खिलाफ बिना शटडाउन लिए हेल्पर से काम करवाने के मामले में निवाई सदर पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया था। घायल हुए हैल्पर के परिवार में उसके अलावा ओर कोई कमाने वाला नहीं है। करंट से झुलसने से अब वह काम करने की स्थिति में नहीं रहा। ऐसे में हैल्पर कर्मचारी के परिवार को 25 लाख का मुआवजा तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की हैं। ज्ञापन देने के साथ ही सभी एफआरटी विद्युत कर्मचारियों ने पीड़ित की मांगों को लेकर अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल की घोषणा कर दी और कनिष्ठ अभियंता कार्यालय के बाहर धरना शुरू कर दिया। धरने में भाजपा नेता रतनदीप गुर्जर, पार्षद नितिन छाबडा, मनोज पाटनी, एफआरटी राजूलाल गुर्जर, जितेन्द्र स्वामी, हेल्पर सतीश स्वामी, सोनू सैनी, कर्मचारी सतीश स्वामी व शंकरलाल मीणा सहित कई कर्मचारी मौजूद थे।