आज के बच्चे कल के नागरिक और देश का भविष्य- न्यायिक मजिस्ट्रेट
बून्दी। स्मार्ट हलचल/बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ योजना के अंतर्गत बूंदी जिले के शारीरिक शिक्षकों की एक दिवसीय आमुखीकरण एवं क्षमता संवर्धन कार्यशाला एक रिसोर्ट में आयोजित हुई। कार्यशाला में बूंदी जिले के प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय के 500 शारीरिक शिक्षकों ने भाग लिया। कार्यशाला में बालिकाओं की सुरक्षा, आत्मरक्षा एवं अधिकारों की रक्षा हेतु बालिकाओं एवं महिलाओं से संबंधित कानूनों एवं उनके अधिकारों, विभागीय योजनाओं गुड टच एवं बेड टच पोस्को एवं साइबर अपराध से जुड़े विषयों पर प्रशिक्षण देकर शारीरिक शिक्षकों को जागरूक किया गया। कार्यशाला में मुख्य अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बूंदी एडीजे सुमन गुप्ता रही। अध्यक्षता मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी महावीर शर्मा ने की। विशिष्ट अतिथि बाल संरक्षण इकाई अध्यक्ष बूंदी सीमा पोद्दार, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक राजेंद्र व्यास एवं सीआई अरविंद भारद्वाज,अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी ओम प्रकाश गोस्वामी रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि न्यायिक मजिस्ट्रेट सुमन गुप्ता ने महिला अधिकार व कानून पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि परिजन बच्चो की समस्याओं को समझाने का प्रयास करे। आज के बच्चे कल के नागरिक है और देश का भविष्य है।
विशिष्ट अतिथि सीमा पोद्दार एवं सीआई अरविंद भारद्वाज ने गरिमा पेटी वह पोक्सो एक्ट के बारे में जानकारी दी। सुश्री मोनिका लोघा ने गुड टच व बेड टच से संबंधित जानकारी दी। साथ ही अध्यापक लोकेश जैन एवं विनोद श्रृंगी ने साइबर सिक्योरिटी से संबंधित जानकारी प्रदान की। शारीरिक शिक्षक दीपिका पाराशर समूहद्वारा आत्मरक्षा का प्रदर्शन किया गया। प्रवक्ता नूतन तिवारी ने बताया कि शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष शिवराज खींची, महामंत्री हरगोविंद दाभाई एवं उनकी टीम वसमग्र शिक्षा द्वारा अतिथियों का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम का संचालन सहायक परियोजना समन्वयक बूंदी सुनीता कटारा ने किया।