ना जयपुर जानती हैं ना ट्रेज़री,किसकी गलती की सजा से दर दर भटक रही विधवा मुन्नी देवी, कोई हेल्प नहीं कर रहा..
शाहपुरा@(किशन वैष्णव)खामोर की 54 वर्षीय विधवा मुन्नी देवी दरोगा की छह माह की पेंशन गलती से दूसरे खाते में ट्रांसफर हो गई। मामला सामने आने के बाद पंचायत समिति ने बैंक को पत्र भेजकर पेंशन रोकने की मांग की, जिस पर आसींद के पंजाब नेशनल बैंक ने पेंशन को तुरंत होल्ड कर दिया।लेकिन समस्या यहीं खत्म नहीं हुई। बैंक ने अब गलत खाते में गई पेंशन को वापस लाने के लिए गलत भुगतान की पूरी जानकारी, ट्रांसफर रिकॉर्ड और UTR मिलान की डिटेल्स मांगी हैं। बैंक का कहना है कि जब तक ये जानकारी नहीं मिलती, होल्ड की गई पेंशन वापस ट्रेजरी में नहीं भेजी जा सकती।
दूसरी ओर, मुन्नी देवी जो अनपढ़ और अकेली महिला हैं, इस प्रक्रिया को समझ भी नहीं पा रहीं।वे कहती हैं मैं जयपुर कैसे जाऊँ, ना जयपुर जानती हूँ, ना ट्रेजरी। मेरी पेंशन गलत गई है, पर परेशानी मुझे उठानी पड़ रही है।छह माह से पेंशन बंद होने के कारण उनके घर का खर्च और दवाई तक मुश्किल हो गई है। पंचायत समिति ने मामला आगे बढ़ाया है,लेकिन गलत ट्रांसफर की जानकारी आने तक पेंशन का समाधान अटका हुआ है।अब तो पंचायत समिति भी सहयोग करने में असमर्थ हैं।गौरतलब हैं कि 54 वर्षीय असहाय और गरीब विधवा महिला मुन्नी देवी दरोगा की 6 माह की 1,250 रुपए के हिसाब से 7500 रुपए विधवा पेंशन किसी गलती से आसींद के पंजाब नेशनल बैंक में किसी महिला के खाते में चली गई है।विधवा मुन्नी देवी ई मित्र पर जाती है और 6 माह से पेंशन नहीं आने की बात सुन कर घर लौट आती है परेशान महिला का ना तो पुत्र है ना कोई सहयोगी। दर दर भटकने को मजबूर विधवा मुन्नी देवी।मुन्नी देवी न तो जयपुर जानती है न ट्रेजेडी,मुन्नी देवी ने कहा अब लगता है मुझे पेंशन नहीं मिलेगी, मेरी पेंशन का हक छीन लिया।


