सांवर मल शर्मा
आसींद। उपखंड क्षेत्र के गांगलास में इन दिनों जलपूर्ति योजना के तहत जलापूर्ति मनमाने तरीके से की जा रही है। योजना के प्रावधानों को दरकिनार कर उपभोक्ताओं को कभी पानी दिया जाता हैं तो कभी पानी के लिए लोग इंतजार करते रह जाते हैं। जलापूर्ति होती है भी तो कोई समय सीमा निर्धारित नही रहती है। जबकि सुबह पानी देने का नियम है। अगर पानी दिया भी जाता है तो जहां आधा घंटा देना है वहां 10 मिनट तो कभी 20 मिनट ही जलापूर्ति की जाती है। ग्रामीणों ने बताया कि चंबल परियोजना का पानी जो पंप चालक सागर सेन जो अपनी मनमर्जी से पानी देता है जिसे ग्राम वासियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है कभी कभार तो एक दूसरे के भरोसे छोड़ देता है जो पानी समय पर नहीं आता है । ग्रामीणों का कहना है कि कभी तो सुबह पानी देता कभी शाम को देता है इसका समय निर्धारित नहीं होने से ग्राम वासी परेशान होते हैं जानकारी के अनुसार इन दिनों लोग भाग खेती-बाड़ी में उजाले हुए रहते हैं। शाम को पानी देने से क्या फायदा जिससे लाखों लीटर पानी ऐसे ही बह रहा है जिसे कोई देखने वाला नहीं ।