पोटलां । कस्बे के गायत्री शक्तिपीठ के सदस्यों व ग्रामीणों द्वारा रविवार को गंगा दशहरा के मौके पर अनेक आयोजन किए गए | पोटलां गायत्री शक्तिपीठ के व्यवस्थापक भगवती लाल भाटिया ने बताया कि प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा मनाया जाता है। दृक पंचांग के अनुसार, इस साल 16 जून को गंगा दशहरा मनाया गया । गंगा जी शिवजी की जटाओं से धरती पर अवतरित हुई हिंदू धर्म के अनुसार गंगा स्नान से करीब दस हजार पापों से मुक्ति मिलती है। इस दिन विष्णुपदी, पुण्यसलिला मां गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ, इसलिए इस दिन ‘गंगा दशहरा’ या जेठ का दशहरा के नाम से भी प्रचलित है। गंगा दशहरा से एक दिन पूर्व शनिवार को सुबह 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक मंदिर पर गायत्री मंत्र के महा जाप का आयोजन हुआ 12 घंटे चले इस जाप में गायत्री शक्तिपीठ सदस्यों व ग्रामीणों ने भाग लिया | गायत्री शक्तिपीठ महिला मंडल कार्यकर्ता सीता देवी पारिक ने बताया कि रविवार को गंगा दशहरे के मौके पर शक्तिपीठ सदस्यों सहित महिलाओं और पुरुषों ने अलसुबह भारतीय परिधान में यज्ञ शाला परिसर में प्रवेश किया जहां गंगा आरती की गई आरती पश्चात पंचकुंडीय यज्ञ में आहुतियां दी गई एवं लोगों में सद्भावना हो और विश्व का कल्याण हो इसके लिए मंगलकामनाएं की गई आहुतियों के साथ ही दो दिवसीय गंगा दशहरा कार्यक्रम की पूर्णाहुति हुई पूर्णाहूति पश्चात लोगों में बूंदी का प्रसाद वितरण किया गया इस दौरान नारायण लाल शर्मा, रमेशचंद्र बोहरा, शंकरलाल लखारा, जमनेश पारिक, जगदीश आचार्य, ललित बोहरा, कैलाश छीपा, कालुराम शर्मा सहित अनेक महिलाएं पुरुष मौजूद रहे ।