सांगरिया ग्राम पंचायत में आयोजित ग्राम सेवा शिविर में उमड़ा जनसैलाब, ग्रामीणों की समस्याएं हुईं मौके पर हल
शाहपुरा – मूलचन्द पेसवानी
उपखंड क्षेत्र फूलियाकला की ग्राम पंचायत सांगरिया सोमवार को सरकार के “आपका प्रशासन, आपके द्वार” अभियान का सजीव उदाहरण बन गई। यहां आयोजित ग्राम सेवा शिविर में सैकड़ों ग्रामीण अपनी समस्याओं और योजनाओं के लाभ के लिए पहुंचे, जहां अतिरिक्त जिला कलेक्टर शाहपुरा श्री रामावतार कुमावत ने स्वयं पहुंचकर शिविर का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से रूबरू संवाद किया।
एडीएम कुमावत ने ग्रामीणों की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना और कहा कि अब शासन की सेवाएं सीधे गांव के दरवाजे तक पहुंच रही हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी ग्रामीण को कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें, सभी कार्य स्थल पर ही निस्तारित किए जाएं।
📌 ग्रामीण बोले – “पहली बार इतने अधिकारी एक साथ गांव में”
ग्राम सेवा शिविर में जब एक साथ उपखंड अधिकारी ओमप्रकाश, तहसीलदार रामदेव धाकड़ और सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित हुए तो ग्रामीणों ने कहा कि पहली बार इतने अधिकारी एक साथ गांव में आए हैं। इससे ग्रामीणों में उत्साह और विश्वास का माहौल नजर आया।
🩺 स्वास्थ्य, राजस्व और सामाजिक सुरक्षा सेवाएं एक ही स्थान पर
शिविर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया और नि:शुल्क दवाएं वितरित कीं। राजस्व विभाग ने नामांतरण, सीमाज्ञान, पट्टा वितरण जैसी सेवाओं का मौके पर समाधान किया, वहीं सामाजिक सुरक्षा विभाग ने पेंशन, पालनहार, विधवा व वृद्धावस्था योजनाओं से संबंधित लाभ दिलवाए।
💬 एडीएम कुमावत ने दिए सख्त निर्देश
निरीक्षण के दौरान एडीएम कुमावत ने कहा कि शासन की प्रत्येक योजना अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे, यह प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि किसी भी पात्र व्यक्ति को योजनाओं से वंचित नहीं रहने दिया जाए।
🌾 गांव के विकास में साझेदारी की अपील
एडीएम ने ग्रामीणों से कहा –
“सरकार की योजनाएं तभी सफल होंगी जब गांव का हर नागरिक अपनी भागीदारी निभाए। विकास केवल सरकार नहीं, समाज की सहभागिता से संभव है।”
🙌 ग्रामीणों ने जताया आभार
ग्रामवासियों ने शिविर के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि उन्हें कई महीनों से लंबित कामों का समाधान आज एक ही दिन में मिल गया। ग्रामीणों ने प्रशासनिक टीम का आभार व्यक्त किया और आगे भी ऐसे शिविर नियमित रूप से आयोजित करने की मांग की।


