लाखेरी – स्मार्ट हलचल|उपखंड क्षेत्र के देईखेड़ा में कोटा दोसा लालसोट स्टेट हाइवे पर जगह जगह आवारा मवेशियों का जमावड़ा हादसों का कारण बना हुआ है, विशेष कर रात के समय सड़क पर जमा इन मवेशियों से टक्कर होने से वाहनचालक चोटिल हो जाते है, कई बार तो गम्भीर घायल होने से महीनों इलाज करवाना पड़ता है। गौरतलब है कि क्षेत्र में खेतों में फसल को नुकसान पहुचाने वाले आवारा मवेशियों को ग्रामीण सड़क पर छोड़ देते है, वही मवेशी दर्जनो की संख्या में सड़क पर आ जाते है, तो बाइक सवार उनसे टकरा कर चोटिल हो जाते है, वही रात के समय तेज गति से चलने वाले चौपहिया वाहन चालक भी जब अचानक सड़क पर दर्जनों मवेशियों को देखते है तो हड़बड़ी या तो असंतुलित होकर पलट जाते या उनसे टकरा कर हादसे का शिकार बन जाते है। ऐसे में क्षेत्र में हाइवे सड़क पर जमा यह मवेशी हादसों का सबब बने हुए है।
रेडियम लगाने से दूर से पहचान होती है, पर उपेक्षा हो रही है।
गौरतलब है कि प्रशासन इस प्रकार से सड़क पर जमा रहने वाले मवेशियों के रेडियम की पट्टी लगाते थे जिससे रात के अंधेरे में दूर से उनकी मौजूदगी की जानकारी वाहनचालक को हो सके इसके लिये प्रशासन अपने स्तर विभागीय संवेदकों (ठेकेदार)व स्वयं सेवी संस्थाओं के साथ मिल कर कार्य करते थे, परन्तु इस प्रकार की पहल क्षेत्र में नही होने से वाहन चालको के लिये यह मवेशी हाइवे पर हादसों का सबब बने हुए है।


