यात्री सुविधाओं का लिया जायजा दी कई सौगातें
(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
वाराणसी।स्मार्ट हलचल|पूर्वोत्तर रेलवे की महाप्रबंधक सौम्या माथुर ने शनिवार को वाराणसी मंडल के एक दिवसीय दौरे पर पहुँचकर बनारस रेलवे स्टेशन और मंडल कार्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने यात्री सुविधाओं से लेकर तकनीकी उन्नयन तक हर पहलू पर बारीकी से नजर डाली और नई सौगातों की घोषणा भी की।
महाप्रबंधक ने सबसे पहले बनारस स्टेशन का निरीक्षण किया। यहाँ उन्होंने प्लेटफॉर्म संख्या आठ पर बने वातानुकूलित प्रतीक्षालयों, अति विशिष्ट कक्ष, फूड प्लाजा, सामान्य यात्री हाल और सर्कुलेटिंग एरिया में जाकर सुविधाओं की समीक्षा की। उन्होंने “एक स्टेशन एक उत्पाद” स्टाल, लगेज स्कैनर, बॉटल क्रशर मशीन, एटीवीएम कियोस्क, पूछताछ और टिकट काउंटरों की साफ-सफाई और रखरखाव की भी गहन जाँच की।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने मंडल रेल प्रबंधक आशीष जैन के साथ स्टेशन परिसर स्थित उद्यान में अशोक का पौधा रोपित कर स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने रोपित पौधों की समुचित देखभाल के लिए निर्देश भी दिए।
इसके बाद महाप्रबंधक वाराणसी मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय पहुँचीं और नवीनीकृत मंडल नियंत्रण कक्ष का फीता काटकर उद्घाटन किया। यह नया कंट्रोल रूम अत्याधुनिक डिजिटल टच स्क्रीन से लैस है, जिसमें ट्रेनों का आवागमन रियल टाइम में दर्ज होता है और यह सीधे नेशनल ट्रेन इन्क्वायरी सिस्टम से जुड़ा है। इससे यात्रियों को ट्रेन की सटीक जानकारी मिल सकेगी। इस मौके पर उन्होंने महाकुंभ मेला-2025 के लिए सिग्नल एवं दूरसंचार विभाग द्वारा तैयार ई-स्मारिका का भी विमोचन किया।
भारतेन्दु सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में सौम्या माथुर ने सभी अधिकारियों के साथ विभागीय उपलब्धियों की समीक्षा की। अपर मंडल रेल प्रबंधक (ऑपरेशन) राजेश कुमार सिंह ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के जरिए उन्हें विस्तार से बताया कि इस वर्ष वाराणसी मंडल पर 42.45 मिलियन यात्री यात्रा कर चुके हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 7.58 प्रतिशत अधिक है।
माल लोडिंग 0.17 मिलियन टन हुआ है, जबकि रेल मदद पर आए सभी शिकायतों का समाधान शत-प्रतिशत किया गया। त्योहारी सीजन और छुट्टियों में यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए 262 ट्रिप स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं, जिनका उपयोग लगभग पूरी तरह से हुआ।
यात्रियों की सुविधा के लिए मंडल में नई गाड़ियों का संचालन भी शुरू किया गया है। इनमें गोरखपुर-पनियहावां खंड पर गोरखपुर-पाटलिपुत्र वंदे भारत एक्सप्रेस, बापूधाम-मोतिहारी अमृत भारत एक्सप्रेस, गोमतीनगर-दरभंगा अमृत भारत एक्सप्रेस और दिल्ली-सीतामढ़ी अमृत भारत एक्सप्रेस शामिल हैं। इसके अलावा 9 स्टेशनों पर पैदल उपरिगामी पुल का निर्माण पूरा किया गया और 56 स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का प्रावधान हो चुका है।
ऊर्जा बचत की दिशा में भी मंडल ने बड़ी उपलब्धि दर्ज की है। अप्रैल से जुलाई 2025 तक कुल 7.73 लाख यूनिट सौर ऊर्जा उत्पादित हुई, जो पिछले साल से 7.57 प्रतिशत ज्यादा है। इस उपलब्धि से रेलवे को लगभग 43 लाख रुपये की बचत हुई है।
समीक्षा बैठक में महाप्रबंधक ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि जटिल योजनाओं को पूरा करने के लिए आपसी सामंजस्य और सौहार्द बेहद जरूरी है। उन्होंने सभी से पूरी लगन और क्षमता के साथ कार्य करने का आह्वान किया।
दौरे के अंत में रेलवे कर्मचारी यूनियन और एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने महाप्रबंधक से मुलाकात कर कर्मचारियों की सुविधाओं से जुड़ी मांगें रखीं। जिस पर महाप्रबंधक ने युक्तिसंगत मांगों पर सकारात्मक विचार करने का आश्वासन दिया।
जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने इस पूरे दौरे की जानकारी मीडिया को दी और बताया कि महाप्रबंधक के इस दौरे से यात्रियों और कर्मचारियों दोनों को बेहतर सुविधाओं की उम्मीदें बढ़ी हैं।