जेठाराम बोस
स्मार्ट हलचल,सिणधरी। उपखण्ड के ढंढ में सोमवार को गेर मेले का आयोजन किया गया, जिसमें आसपास के क्षेत्रों के गेर दलों ने भाग लिया। गेर दलों ने रंग-बिरंगी आंगी-बांगी घेरदार वेशभूषा पहनकर आकर्षक गेर नृत्यों की बेहतरीन प्रस्तुतियां दी। राजस्थानी ढ़ोल थाली की टंकार के साथ गेर में स्थानीय कलाकारो ने फाग गीतों की मधुर सुर लहरियों पर कदम से कदम मिलाकर थिरकते नजर आए। गेर नृत्यों को देखने के लिए आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से सैकड़ों लोग पहुंचे। विजेता प्रतिभागी गेर दलों को मुख्य अतिथि ने पारितोषिक देकर सम्मानित किया गया। महंत लक्ष्मण दास ने कहा कि लोक कला को संजोकर रखना हमारे क्षेत्र के लिए एक चुनौती है।
गेर मेले में चाड़ों की ढाणी ,अरणियाली, गाला नाड़ी,लोहिड़ी, बिठूजा, आदि गांवों से आए गेर दलों ने एक से बढकऱ एक गेर नृत्यों की धमचक मचाया। फाग महोत्सव के दौरान लूर नृत्य से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।फाग महोत्सव के दौरान लूर नृत्य से कलाकारों ने उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर
यह रहे उपस्थित- गेर मेले में जिला परिषद सदस्य हंसराज प्रजापत, पूर्व पंचायत समिति सदस्य कानाराम प्रजापत समाजसेवी घमडाराम प्रजापत ,जेमताराम प्रजापत, दुदाराम गालानाड़ी,मेहराराम भाटी, छगनलाल,अचलाराम सहित मौजूद थे।