कोलकाता रेप-मर्डर कांड को लेकर देशभर में विरोध हो रहा है। वहीं इस मामले के मुख्य आरोपी संजय राय का पालीग्राफी टेस्ट किया गया, जिसमें उसने अपना गुनाह कबूल किया है। आरोपी ने रेप करने से पहले और बाद की सारी बात जाहिर की है।
एक निजी समाचार पत्र के मुताबिक पालीग्राफी टेस्ट में आरोपी ने कहा कि रेप करने से पहले वह रेड लाइट एरिया गया था। रास्ते में भी एक लड़की को छेड़ा और गर्लफ्रेंड से न्यूड तस्वीरें मांगी थीं। आरोपी ने कहा कि उसने 8 अगस्त को अपने एक दोस्त के साथ शराब पी थी। इसके बाद वह रेड लाइट एरिया गया। रास्ते में उसने एक लड़की को मॉलेस्ट किया। इसके बाद संजय ने देर रात अपनी गर्लफ्रेंड से वीडियो कॉल पर बात की न्यूड तस्वीरें मांगीं। आरोपी ने बताया कि सुबह करीब 4 बजे संजय हॉस्पिटल के सेमिनार हॉल पहुंचा, जहां ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर के बाद वह सुबह अपने दोस्त के घर गया। उसका दोस्त कोलकाता पुलिस में ऑफिसर था। जय को घटना के अगले ही दिन गिरफ्तार कर लिया गया था।
कोर्ट में खुद को निर्दोष बताया
गत 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की ट्रेनी डॉक्टर की रेप करके हत्या कर दी गई थी। उसकी लाश खून से लथपथ और बेहद बुरी हालत में तीसरी मंजिल पर सेमिनार हॉल में पड़ी मिली थी। कोलकाता पुलिस ने वारदात स्थल पर मिले सबूतों के आधार पर सिविक वॉलंटियर संजय रॉय को गिरफ्तार किया। पहले उसने अपना गुनाह कबूला और जताया कि उसे अपने किए का पछतावा नहीं।
कलकत्ता हाईकोर्ट ने केस की जांच CBI को सौंपी, जिसने कोर्ट से संजय रॉय के पॉलीग्राफी टेस्ट की परमिशन मांगी। परमिशन मिलने के बाद पहले तो संजय रॉय टेस्ट के लिए नहीं माना। इस बीच कोर्ट में पेशी के दौरान वह जज के सामने रोने-गिड़गिड़ाने लगा और खुद को निर्दोष बताने लगा। उसने मामले में फंसाए जाने की बात की। इसके बाद वह टेस्ट के लिए मान गया।
शनिवार 24 अगस्त को टेक्निकल फॉल्ट के कारण पॉलीग्राफी टेस्ट नहीं हो सका, लेकिन रविवार को प्रेसिडेंसी जेल में संजय का पॉलीग्राफी टेस्ट हुए, जिसमें उसके द्वारा बयान में कबूली गई बातें सच निकलीं, यह दावा किया जा रहा है।
फोन में क्या मिला?
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, संजय रॉय को पोर्नोग्राफी देखने की लत थी और उसने सीबीआई को टेस्ट के दौरान कुछ गुमराह करने वाले जवाब भी दिए हैं. उसके फोन को जब खंगाला गया तो उसमें पोर्न क्लिप मिले.
महिला डॉक्टर के शरीर पर 25 बाहरी और आंतरिक चोटें थीं. महिला डॉक्टर की हत्या गला घोंटकर की गई. आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष की भूमिका की भी सीबीआई जांच कर रही हैं. बीते हफ्ते ही सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर सख्त लहजे में कोलकाता पुलिस से पूछा था कि एफआईआर दर्ज करने में 12 घंटे से अधिक सम्य क्यों लगा?