राज्य सरकार से गौ को ‘गौ माता’ का दर्जा देने की उठाई मांग
शाहपुरा-मूलचन्द पेसवानी
गौ सेवा और सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार में समर्पित गौ भक्त ओम मुंडेल का मंगलवार को शाहपुरा आगमन हुआ, जहां उनका स्थानीय गौ भक्तों ने बड़े ही हर्षोल्लास और आत्मीयता के साथ स्वागत किया। फूल-मालाओं से सुसज्जित स्वागत स्थल पर “गौ माता की जय” और “भारत माता की जय” के जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।
ओम मुंडेल वर्षों से गौ सेवा, गौ संरक्षण और गौ संवर्धन के क्षेत्र में निरंतर कार्यरत हैं। उन्होंने समाज में गौ माता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ ही गौ आधारित आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अनेक प्रेरणादायक पहलें की हैं। उनके आगमन से शाहपुरा के गौ भक्तों में नई ऊर्जा और उमंग का संचार हुआ।
इस अवसर पर ओम मुंडेल ने कहा कि गौ केवल एक पशु नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, आस्था और जीवन का अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है कि राज्य सरकार गौ को ‘गौ माता’ का कानूनी दर्जा प्रदान करे, ताकि उनके संरक्षण और पालन-पोषण की व्यवस्था अधिक सशक्त रूप से की जा सके। उन्होंने कहा कि जब तक गौ को मां के रूप में मान्यता नहीं दी जाएगी, तब तक समाज में उनके प्रति संवेदना और सेवा भाव जागृत नहीं होगा।
ओम ने कहा कि गौ माता भारतीय जीवन पद्धति की आधारशिला हैं। उनसे प्राप्त पंचगव्य न केवल औषधीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यावरण और कृषि के लिए भी वरदान स्वरूप है। उन्होंने सरकार से यह भी मांग की कि राज्य में गौ हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध सुनिश्चित किया जाए और हर जिले में आधुनिक गौ आश्रय केंद्रों की स्थापना की जाए, जहां गौवंश को सुरक्षित रखा जा सके।
शाहपुरा में आयोजित स्वागत कार्यक्रम में स्थानीय गौ सेवकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और धर्मप्रेमी नागरिकों की बड़ी संख्या उपस्थित रही। सभी ने ओम मुंडेल की सेवा भावना और समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से समाज में गौ सेवा की नई लहर चली है।
ओम ने अपने उद्बोधन में कहा कि “गौ सेवा केवल धर्म नहीं, यह मानवता का परम कर्तव्य है।” उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे गौशालाओं से जुड़ें, गोचर भूमि की रक्षा करें और घर-घर में गौ सेवा की संस्कृति विकसित करें। उन्होंने यह भी कहा कि जिस समाज में गौ का सम्मान नहीं, वहां समृद्धि और शांति स्थायी नहीं रह सकती।
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित गौ भक्तों ने एक स्वर में गौ रक्षा और गौ सेवा को जन आंदोलन बनाने का संकल्प लिया। ओम जी मुंडेल ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यदि समाज और सरकार मिलकर संकल्प लें तो राजस्थान ही नहीं, पूरे देश में गौ माता का संरक्षण सुनिश्चित किया जा सकता है। भव्य आरती और प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर नगर के विभिन्न क्षेत्रों से आए भक्तों ने भी भाग लिया और ओम मुंडेल के संदेश को आत्मसात करने का संकल्प लिया।


