विधायक कोठारी ने गौ माता के दर्शन कर उनके आहार तथा रख-रखाव व्यवस्था का किया अवलोकन
भीलवाड़ा। विधायक अशोक कोठारी ने जयपुर प्रवास के दौरान श्री राम गौशाला, चैतन्य धाम व श्री नारायण धाम गौशाला बगरू में जगत जननी गौ माता के दर्शन कर उनके आहार तथा रख-रखाव व्यवस्था का अवलोकन किया। साथ ही गौ कीर्तन में पूरी टीम के साथ सत्संग का आनंद लिया। मीडिया प्रभारी पंकज आडवाणी ने बताया कि, विधायक अशोक कोठारी सहित पूरी टीम ने गौशाला के प्रमुख चंपालाल अग्रवाल से आम नागरिक को गौसेवा से कैसे जोड़े व समाज को गौ सेवा का कैसे पुण्य प्राप्त करने का अवसर मिल सके तथा साथ ही उपस्थित विशेषज्ञ व गौ भक्तों से विस्तार से विचार विमर्श किया। गाय के शरीर में सभी देवताओं का निवास है, गाय देवमयी है, हम सभी को गौ सेवक बनकर गौ सेवा का पुण्य अपने जीवन में अवश्य कमाना चाहिए, अनादि काल से हमारे पूर्वजों के ज्ञान का असर हमें सिखाता है, गाय समूचे विश्व की माता है, यह वही गौ माता है जिसे नारायण ने समुद्र मंथन के समय प्रकट किया था। जिसे स्वयं यशोदा नंदन ने ग्वाला बनाकर चराया था, जिसमें 33 करोड़ देवी-देवताओं एवं सब तीर्थ का वास है, जिसके मूत्र को गंगाजल की तरह पवित्र एवं रोग नाशक माना गया है। गाय के दूध एवं घी के विषय में सब जानते हैं, यह मानव के शरीर को स्वास्थ वर्धक बनाता है। गौ सेवा का महत्व भारतीय शास्त्रों में ही नहीं प्रत्यक्ष भी देखा जा सकता है, गोधन को सर्वोच्च धन व गौदान को सबसे उत्तम दान माना जाता है। गाय को धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष प्रदाता माना गया है, गायों की देखभाल व संरक्षण की आवश्यकता महत्वपूर्ण है, यह गौ माता करुण पुकार कर रही है शायद उन्हें इस कलयुग में कोई कृष्ण अवतार में बचाने के लिए आएगा। गौमाता की इस करुण पुकार को भगवान ने भी सुना था, इसलिए कई बड़े संत-महात्मा व समाजसेवियों ने गौ सेवा का बीड़ा वर्तमान में भी उठाया हुआ है। हम सभी संकल्प करें कि गौ सेवा का कार्य आगे बढ़े तथा गोधन के संरक्षण, सुरक्षा व समृद्धि के लिए विशेष योजना मूर्त रूप ले सके, इसके लिए गौसेवा सेवा में रुचि रखने वाले महानुभावों से अनुरोध करते है कि इस पुण्य कार्य में स्वयं भागीदार बने तथा अपने मित्र, सगे संबधियों व परिजनों को भी भागीदार बनने के लिए प्रेरित करें। प्रत्येक मांगलिक अवसर जैसे कि, जन्मदिन, विवाह, विवाह की वर्षगांठ तथा परिजनों की पुण्यतिथि पर गौ माता की सेवा करते हुए गौ रक्षा हेतु गौ सेवा का संकल्प कर अपना जीवन धन्य बना सकते हैं। गौमाता की सेवा स्वर्ग की सीढ़ी है जो की स्वर्ग में भी पूजी जाती है। गौ माता समस्त मंगल मनोकामनाओं को पूर्ण करती हैं एवं इसकी सेवा ही संसार में सर्वश्रेष्ठ है। इस मौके पर गोवत्स लाल जी महाराज, भगवान सिंह चौहान, विवेक निमावत, प्रदीप सांखला, बाबूलाल टांक, गोर्वधन सिंह कटार, संजय राठी, गजेंद्र सिंह राठौड़, दिनेश सुथार आदि के साथ ही गौसेवा में समर्पित स्थानीय गौभक्तों, समाजसेवियों तथा स्थानीय थानाधिकारी व सीएलजी सदस्य के साथ मातृशक्ति भी उपस्थित थी।