(गोपाल टेलर)
मांडलगढ़_स्मार्ट हलचल/श्री शिवचरण माथुर राजकीय महाविद्यालय मांडलगढ़ में शनिवार को खेल सप्ताह का समारोहपूर्वक समापन हुआ। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि इसरो की वरिष्ठ वैज्ञानिक उदयपुर सोलर ऑब्जर्वेटरी में कार्यरत अनीशा चौधरी तथा विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक सुशील कुमार जोशी थे तथा अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो डॉ राजकुमार चतुर्वेदी ने की। सर्वप्रथम मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत हुई तदनंतर छात्र चंता गुर्जर व यशवंत छीपा ने दीप मंत्र का उच्चारण किया तत्पश्चात प्राचार्य व संकाय सदस्यों द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। खेल प्रभारी सहायक आचार्य पीयूष भैड़ा ने अतिथि परिचय दिया। सह प्रभारी सहायक आचार्य भवानी सिंह गुर्जर ने कार्यक्रम का परिचय देते हुए सप्ताह भर आयोजित हुई गतिविधियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि पूरे सप्ताह में लगभग 150 विद्यार्थियों ने 15 प्रकार की खेल प्रतियोगिताओं में उत्साह पूर्वक भाग लिया। मुख्य अतिथि इसरो की वैज्ञानिक अनीशा चौधरी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि अपने अध्ययनकाल के दौरान ही कॅरियर की संभावनाओं को तलाश कर उन पर गंभीरता से कार्य शुरू करना चाहिए। उन्होंने स्वयं का उदाहरण देते हुए बताया कि किस प्रकार से एमएससी पूर्ण करने के पश्चात ही उनका चयन इसरो रूप में हो गया। तत्पश्चात वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक सुशील कुमार जोशी ने संबोधित करते हुए अनुशासन व इच्छा शक्ति के महत्व को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों में इन दोनों गुणों को अनिवार्य रूप से आत्मसात करने की आवश्यकता को रेखांकित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य प्रो राजकुमार चतुर्वेदी ने सभी विद्यार्थियों को शुभाशीष प्रदान करते हुए अपने इसी उत्साह को बनाए रखने का आह्वान किया। अंत में अतिथियों तथा सप्ताह भर की प्रतियोगिताओं में विजेता रहे करीब 100 प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र व मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन सहायक आचार्य डॉ रजनी गगवानी ने किया तथा धन्यवाद सहायक आचार्य मनु राज पुरोहित ने ज्ञापित किया।
इस अवसर पर विद्यार्थी श्यामलाल भोई, महेंद्र भोई, निरमा नाथ, लवली गौड़, प्रियांशी स्वर्णकार, कृष्णा रेगर, पिंकी रेगर, राजूलाल बैरवा, तानिषा ब्रह्मभट्ट, भागूंती भोई, रवि सुथार, निशा कंवर कानावत व निशा कंवर शक्तावत सहित सैकड़ों विद्यार्थी मौजूद थे।