Government Hospital of Surauth
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा व्यवस्था चरमराई
डॉक्टरों के पांच पद चल रहे हैं रिक्त
सूरौठ।स्मार्ट हलचल/तहसील मुख्यालय पर स्थित राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केवल एक ही डॉक्टर के भरोसे चल रहा है। राजकीय अस्पताल में डॉक्टरों के 6 में से 5 पद रिक्त चल रहे हैं। शनिवार को अस्पताल में कार्यरत एकमात्र डॉक्टर के भी अवकाश पर चले जाने के कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। अस्पताल में डॉक्टर के नहीं मिलने पर काफी मरीजों को बिना उपचार कराए ही वापस लौटना पड़ा। कस्बे के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वैसे तो राज्य सरकार ने डॉक्टरों के 6 पद स्वीकृत कर रखे हैं लेकिन डॉक्टरों के पांच पद खाली चल रहे हैं। अस्पताल में केवल एकमात्र डॉक्टर रोहित मित्तल कार्यरत है। तहसील मुख्यालय पर स्थित राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर करीब 20 हजार की आबादी वाले सूरौठ कस्बे के अलावा आसपास के करीब 50 गांवों की चिकित्सा व्यवस्था की जिम्मेदारी है। डॉ रोहित मित्तल जब भी किसी विभागीय बैठक में अथवा अवकाश पर चले जाते हैं तो अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह ठप हो जाती है। शनिवार को डॉ मित्तल जब आकस्मिक अवकाश पर चले गए तो राजकीय अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। अस्पताल में मरीज उपचार के लिए इधर-उधर भटकते रहे। इस संबंध में सूरौठ के पूर्व सरपंच अनिल तिवाड़ी एवं हिंडौन देहात ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता प्रमोद तिवाड़ी ने राज्य के चिकित्सा मंत्री से कस्बे के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रिक्त चल रहे डॉक्टरों के पदों को भरने की मांग की है जिससे अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ हो सके।
किसी निजी कार्य से बाहर आया हूं। 2 दिन के आकस्मिक अवकाश पर हूं।
डॉ रोहित मित्तल
चिकित्सा प्रभारी राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूरौठ