सूरौठ के राजकीय अस्पताल में डॉक्टरों के पद रिक्त होने से गुस्साए लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन, आंदोलन की दी चेतावनी
केवल एक डॉक्टर के भरोसे चल रहा है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
सूरौठ। स्मार्ट हलचल/तहसील मुख्यालय पर स्थित राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों के पांच पद रिक्त होने एवं व्याप्त अव्यवस्थाओं से गुस्साए लोगों ने गुरुवार को अस्पताल के सामने विरोध प्रदर्शन किया तथा स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों ने चेतावनी दी है कि अस्पताल में डॉक्टरों के रिक्त पदों से चरमराई चिकित्सा व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो सूरौठ एवं आसपास के गांवों के ग्रामीण भरतपुर गंगापुर स्टेट मेगा हाईवे पर जाम लगा कर आंदोलन शुरू करने के लिए मजबूर होंगे। लोगों ने चिकित्सा महकमें के अधिकारियों एवं कलेक्टर से रिक्त चल रहे डॉक्टरों के पदों को भरवाने की मांग की है।
युवक कांग्रेस नेता रिंकू मीणा मंजर, मलखान मीणा, धर्मसिंह सहित काफी लोग बुधवार को सुबह 8:30 बजे के करीब कस्बे के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर एकत्रित हुए तथा विरोध प्रदर्शन किया। लोगों ने बताया कि कस्बा सूरौठ के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में राज्य सरकार ने डॉक्टरों के 6 पद स्वीकृत कर रखे हैं लेकिन पांच पद लंबे समय से रिक्त चल रहे हैं। अस्पताल में केवल चिकित्सा प्रभारी डॉ रोहित मित्तल ही कार्यरत है। लोगों ने आरोप लगाया कि डॉ मित्तल भी देरी से आते हैं। लोगों ने बताया कि बुधवार को सुबह 8:30 बजे करीब जब मरीज अस्पताल पहुंचे तो स्वास्थ्य केंद्र में कोई भी डाक्टर ही था। अस्पताल में डॉक्टर के नहीं मिलने पर लोग भड़क उठे तथा विरोध प्रदर्शन किया। इसके पश्चात 9:30 बजे करीब डॉ रोहित मित्तल अस्पताल पहुंचे। लोगों ने बताया कि सूरौठ के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर करीब 25 हजार की आबादी वाले सूरौठ कस्बे एवं तहसील क्षेत्र के 50 से अधिक गांवों की चिकित्सा व्यवस्था की जिम्मेदारी है। अस्पताल में चिकित्सकों के पद रिक्त होने के कारण मरीजों को चिकित्सा सुविधा का समुचित लाभ नहीं मिल रहा है।