Government orders are fake
सरकार के आदेश के बाद भी नही की सेवानिवृत्त कर्मचारियों की सेवा समाप्त
बून्दी नगर परिषद का मामला
बून्दी।स्मार्ट हलचल/प्रदेश की भाजपा सरकार के स्वायत्त शासन विभाग द्वारा हाल ही में नगरीय निकाय संस्थाओ में लगे सेवानिवृत्त अधिकारी, कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने के आदेश की पालना बून्दी नगर परिषद के आयुक्त नही करवा पा रहे है। सरकार द्वारा इस विषय मे तीन दिन पूर्व आदेश जारी किए जा चुके है। लेकिन बून्दी नगर परिषद प्रशासन ने अभी तक भी यहां लगे सेवानिवृत्त कर्मचारियों की सेवा समाप्त नही की है। बून्दी नगर परिषद में वर्तमान में आधा दर्जन से अधिक सेवानिवृत्त कर्मचारी अलग अलग शाखाओं में लगें हुए है और काम भी कर रहे है। यह अलग बात है कि कुछ कर्मचारियों को शिकायतो के चलते विधानसभा चुनाव से पूर्व हटाया जा चुका है। इसमे एक कर्मचारी की तो चुनाव आचार संहिता के उलंघन के मामले में निर्वाचन विभाग ने सेवा समाप्त कर दी थी।
यह कर्मचारी लगें है अलग अलग शाखाओं में
नगर परिषद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बून्दी नगर परिषद में सरकार के आदेश के बाद भी सेवानिवृत्त कर्मचारियों की सेवा ली जा रही है। जिसमे स्टोर शाखा में राजेन्द्र नाथावत, नजूल शाखा में ओम शर्मा,फारूक अली, डिस्पेस और पेंशन में छितर मेवाड़ा, रसीद बुक में प्रभु लाल, एकाउंट शाखा में शिवानन्द शुक्ला, ईश्वरी लोजड़ा और विधुत शाखा में सलीम नामक कर्मचारी वर्तमान में सेवा दे रहे है। इनमे से एक दो कर्मचारियों को अभियान के दौरान लगाया गया था हालांकि उनकी सेवा अभी तक भी ली जा रही है।
इन कर्मचारियों की चुनाव से पूर्व की सेवा समाप्त
बून्दी नगर परिषद में सेवा दे रहे सेवानिवृत्त कर्मचारियों की कार्यप्रणाली वैसे हमेशा चर्चा में ही रही है। बून्दी नगर परिषद में वर्षो से एक पद पर रहकर यहा से सेवानिवृत्त हुए कर्मचारी राजेन्द्र सिंघानिया को नेताओ ओर अधिकारियों के रसूखात से सेवानिवृत्त के बाद संविदा पर लगाया गया था। इनका इतना रोब था कि जिस सीट से सेवानिवृत्त हुए उस पर फिर से विराजमान हो गए। और कार्य करते रहे। हालांकि विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में निर्वाचन अधिकारी के निर्देश के बाद इनकी सेवा समाप्त कर दी गई थी। इनके अलावा सेवानिवृत्त एटीपी सुरेश जैन, केशियर पद से सेवानिवृत्त लक्ष्मीचन्द और विधुत शाखा से रिटायर हुए प्रमोद शर्मा ने भी लंबे समय तक संविदा कर्मी के रूप में नगर परिषद में काम किया है। इनहे भी चुनाव से पूर्व हटा दिया था। यह अलग बात है कि इनमें से कुछ कर्मचारियों की चहल कदमी नगर परिषद कार्यालय के आस पास ही नजर आती है।
“राज्य सरकार के आदेश की पालना होगी, मेने आज ही आदेश निकाल दिए है। जल्द ही जो भी सेवानिवृत्त कर्मचारी लगे है उनकी सेवा समाप्त कर दी जायेगी”