बानसूर। स्मार्ट हलचल/शिक्षक दिवस अर्थात प्रख्यात शिक्षाविद् एवं पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है जिन्होंने उस समय के समाज को, जिस समय लोगों में शिक्षा के प्रति जागरूकता नहीं थी उस समय उन्होंने शिक्षा से समाज को नई दिशा थी और लोगों को शिक्षा का महत्व बताते हुए जागरूक किया था इसके चलते आज हम इस अवसर पर सम्माननीय शिक्षकों को सम्मान देते है साथ ही हम बच्चों के सर्वांगीण विकास में अन्य संस्थाओं भामाशाहों एवं समाज सेवा में लगे महानुभावों को भूला नहीं सकते जो सरकारी विद्यालयों में नवाचार कर शिक्षा के सर्वांगीण विकास में अपना योगदान दे रहे हैं सकारात्मक विचारों के साथ यदि कोई प्रयास किया जाता है तो उसमें सफलता भी मिलने लगती है। ब्लॉक की ग्राम पंचायत होलावास के सरकारी विद्यालय की तस्वीर बदलने में सोशल फाऊंडेशन युवा जागृति संस्थान ,गांव के सरपंच, प्रधानाचार्य, उपखंड प्रशासन का विद्यालय की तस्वीर बदलने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है बच्चों को अच्छे मुकाम तक पहुंचाने के लिए स्कूल में नित नए नवाचार कर विद्यालय की सूरत बदली गई है अध्ययन के साथ-साथ बच्चों को क्रियात्मक बनाने के लिए जरूरी है अन्य विकासात्मक गतिविधियां*विकास कार्यों के साथ पूरे विद्यालय को क्रियात्मक गतिविधियों से जोड़ने में विद्यालय प्रधानाचार्य सपना यादव व स्टाफ की लग्न और मेहनत से विद्यालय में अनेक परिवर्तन किए गए हैं साथ ही तत्कालीन एसडीएम राहुल सैनी, युवा जागृति संस्थान के सचिव गोकुलचंद सैनी व सरपंच सतपाल जाट की उपस्थिति में गत वर्ष प्रोजेक्ट गुरुकुल का शुभारंभ कर विद्यालय की समस्याओं की चर्चा उपरांत विद्यालय की दिशा एवं दशा बदली गई है स्वच्छता से लेकर वृक्षारोपण, डिजिटल शिक्षा, सेल्फ डिफेंस, जैसी गतिविधियों को लागू कर बच्चों में क्रियात्मक गतिविधियों का विकास किया गया है। विद्यार्थी जीवन में विद्यालय एवं अध्यापकों के साथ बच्चों के परिवेश में आने वाली अच्छी व बुरी चीजों का असर सीधा बच्चे के दिमाग पर होता है वह अच्छा और बुरा बनने के लिए आस-पास के वातावरण से सिखता है यदि उसका परिवेश सकारात्मक एवं अच्छी गतिविधियों से जुड़ा होगा तो वह भविष्य का अच्छा नागरिक बनकर तैयार होगा इसी प्रयास में जुटे हैं ये सब माननीय व्यक्ति और सामाजिक संस्थाएं सामाजिक संस्था युवा जागृति संस्थान एवं पूर्व एसडीएम राहुल सैनी द्वारा स्थापित प्रोजेक्ट गुरुकुल से होलावास गांव के विद्यालय के बच्चों की क्रिएटिविटी के लिए स्मार्ट क्लासरूम एवं रोबोटिक्स से बच्चों को रूबरू करवाने हेतु प्रोजेक्ट को संचालित किया गया है। *स्मार्ट क्लासरूम की स्थापना से बच्चों को मिल रहा रोबोटिक्स एवं डिजिटल शिक्षा का ज्ञान यदि हम संस्थान के डिजिटल कार्यों की बात करें तो संस्थान द्वारा विद्यालय में स्टेम लैब की स्थापना की गई है जिसमें ट्रेनर के माध्यम से बच्चों को रोबोटिक्स एवं कंप्यूटर का ज्ञान दिया जाता है एचपी क्लैप लेब द्वारा ट्रेनर्स की मदद से बच्चों को लैपटॉप प्रदान कर डिजिटल शिक्षा दी जा रही है इससे बच्चों में अध्ययन के साथ-साथ अन्य क्रियात्मक गतिविधियों का विकास हो रहा है बच्चों में नई सोच नया कुछ करने जैसी भावनाओं का विकास होगा । फाउंडेशन ने महिला सशक्तिकरण स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे मुद्दों को जोड़ा है वृक्षारोपण अभियान से संस्थान ने डिजिटल शिक्षा के साथ अन्य सामाजिक गतिविधियों से भी समाज को जोड़ा है सामाजिक फाउंडेशन वृक्षारोपण को सामुदायिक विकास के रूप में देखते हैं जहां स्थानीय लोगों ,महिलाओं, स्कूल बालक- बालिकाओं को वृक्षारोपण जैसी पर्यावरणीय गतिविधियों से जोड़ने का काम किया है संस्थान ने हरित बानसूर अभियान, बेटी पानी पेड़ और पर्यावरण अभियान से लोगों को जोड़ते हुए करीब 1लाख पौधे लगाए हैं इसी प्रकार शुभ मांगलिक अवसरों पर भी संस्थान ने वृक्षारोपण जैसी गतिविधियों को बढ़ावा दिया है होलावास ग्राम पंचायत की नवजन्मी बच्चियों एवं स्कूली बालिकाओं के साथ युवा जागृति रिहैबिलिटेशन सेंटर पर रक्षाबंधन के मौके पर 101 पौधे लगाकर समाज को संदेश दिया है कि बेटी और पेड़ दोनों का संरक्षण महत्वपूर्ण है इस मौके पर वर्तमान एसडीम रविकांत मीणा ने संस्थान के कार्यों की प्रशंसा की और कहां की संस्थान हर क्षेत्र में अपना सक्रिय योगदान दे रहा है हमें भी इसमें सहयोगी बनकर जिम्मेदार नागरिक बनने की जरूरत है। बेटी के जन्मदिवस एवं मांगलिक अवसरों पर पौधे भेंट करना जैसी पहल का चलन समाज में लाया है ताकि लोग पर्यावरण के प्रति जागरूक बने संस्थान के सचिव डॉक्टर गोकुल सैनी कहते हैं कि समाज का प्रत्येक नागरिक शिक्षक होता है यदि वह समाज के किसी भी क्षेत्र में अच्छा करने की कोशिश करता है समाज के अच्छे कार्यों में सहयोगी बनकर अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा एवं संस्कार देकर जिम्मेदार नागरिक बनाकर। हमारा हमेशा से यही प्रयास रहा है कि समाज में विकास कार्यों के लिए सामुदायिक जागरूकता एवं सहभागिता बढ़े शिक्षा, चिकित्सा एवं पर्यावरण की बेहतरी के लिए वृक्षारोपण, जल गुणवत्ता में सुधार भूमि संरक्षण और जैव विविधता को बढ़ावा मिले जिससे एक स्वस्थ सशक्त समाज का निर्माण हो।