सुरेश चंद मेघवंशी
मांडल । पंचायत समिति क्षेत्र की भगवानपुरा ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार और पद के दुरूपयोग जैसे आरोपों को लेकर ग्रामीणों ने सरपंच के खिलाफ मोर्चा खोल। शुक्रवार को दर्जनों ग्रामीण मांडल विधायक उदय लाल भड़ाना के आवास पहुंचे और धरना प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने सरपंच पर पद का दुरुपयोग कर मनमाने ढंग से पट्टे जारी करने और पंचायत की करोड़ों रुपए की आबादी भूमि गबन करने का आरोप लगाया।
ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच ने गांव की पुरानी धर्मशाला का पट्टा अपने परिवार के सदस्य के नाम जारी कर दिया है। इसके अलावा कई अन्य स्थानों पर भी पंचायत की भूमि को निजी लोगों के नाम करवाने की शिकायतें लगातार की जा रही हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध में पूर्व में जिला कलेक्टर पंचायत समिति, यहां तक कि पंचायती राज मंत्री तक को भी शिकायतें भेजी गई थीं, लेकिन अब तक किसी भी स्तर पर कार्रवाई नहीं हुई।
शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने विधायक आवास पर पहुंचकर धरना दिया और जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने कहा कि यदि शीघ्र जांच कर दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। विधायक ने ग्रामीणों की बात सुनने के बाद शीघ्र जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। आश्वासन मिलने पर प्रदर्शन समाप्त किया गया।
इस संबंध में सरपंच रत्नप्रभा चुंडावत ने बताया कि उन पर लगाए गए आरोप पूरी तरह निराधार हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व सरपंच गणपत सिंह ने अपने निजी लोगों के नाम नियमों के विरुद्ध दुकानों सहित अन्य लोगों को 29 पट्टे जारी किए थे, जिनकी निगरानी दर्ज करवाकर उन्हें निरस्त करवाया गया। साथ ही गलत तरीके से बनी दुकानों को हटाने के लिए आई टीम से मोहलत मांगी गई थी, जिसके बाद उच्च न्यायालय से दो माह की राहत (रिलीफ) प्राप्त हुई थी। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ पद के दुरुपयोग का आरोप भी निराधार है।


