पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । ग्राम सालरिया के ग्रामीणों ने पंचायत पुनर्गठन को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया है और जिला प्रशासन से मांग की है कि सालरिया को नवसर्जित ग्राम पंचायत मण्डपिया में ही रखा जाए। इस संबंध में ग्रामीणों ने मंगलवार को जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन कर राज्यपाल, राजस्थान सरकार के नाम जिला कलेक्टर के मार्फत ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने बताया कि उनका गांव जिला मुख्यालय के निकट स्थित है, फिर भी वर्तमान पुनर्गठन में सालरिया को ग्राम पंचायत भोली में जोड़ दिया गया है, जो कि ग्राम से लगभग 4 किलोमीटर दूर स्थित है। ग्रामीणों का कहना है कि किसी भी पंचायत संबंधी कार्य के लिए उन्हें अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी, जो बरसात के दिनों में और भी कठिन हो जाती है। कई बार रास्ते बाधित होने पर उन्हें लगभग 8 किलोमीटर का चक्कर लगाकर जाना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में करीब 180 से 200 तक वोट हैं तथा गांव का आधा वार्ड वर्षों से वार्ड संख्या 6 से जुड़ा हुआ है, जिससे आधे मतदाता मण्डपिया और आधे सालरिया में दर्ज हैं। ऐसे में ग्राम सालरिया को भोली पंचायत में जोड़ना तर्कसंगत नहीं है। ज्ञापन में कहा गया है कि नया प्रस्ताव ग्रामीणों में रोष पैदा कर रहा है। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सालरिया को नवसर्जित ग्राम पंचायत मण्डपिया में शामिल नहीं किया गया तो वे कलेक्टरी पर प्रदर्शन करेंगे। वहीं आगामी चुनाव में भी ग्रामीण वोट बहिष्कार कर विरोध दर्ज कराएंगे। ग्रामीणों ने प्रशासन से आग्रह किया कि सालरिया को ग्राम पंचायत भोली में न रखकर मण्डपिया में ही शामिल किया जाए, अन्यथा संभावित परिस्थितियों की जिम्मेदारी प्रशासन और सरकार की होगी।


