ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल/”हमारे घर के बुजुर्ग ही हमारे कल्पवृक्ष है जिनकी छत्रछाया में ही हम पुष्पित व पल्लवित होते हैं।”इसी अवधारणा को ध्यान में रखते हुए शहर के प्रतिष्ठित सेंट्रल एकेडमी स्कूल में विद्यार्थियों के दादा-दादी व नाना नानी के अभिनंदन व सम्मान हेतु “कल्पवृक्ष” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सभी सेंट्रल एकेडमी स्कूल की सीईसी हेड शालिनी दीक्षित, मुख्य अतिथि मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद दशोरा ‘गेस्ट ऑफ़ ऑनर’ पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी कल्याणी दीक्षित, सांवलिया जी हॉस्पिटल चित्तौड़गढ़ में अस्थि विभाग के मुख्य विशेषज्ञ डॉक्टर जय पनेरी रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ सभी अतिथियों व विद्यालय प्राचार्य द्वारा मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर पूर्व प्राथमिक कक्षा की छात्राओं द्वारा मनमोहन सरस्वती वंदना नृत्य की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में पधारे सभी मुख्य अतिथियों का विद्यालय प्राचार्य द्वारा उपर्णा व गुलदस्ता देकर स्वागत किया गया। तेज सर्दी व कोहरे के होते हुए भी अपने पोते -पोतियो के उत्साह वर्धन के लिए सभी दादा-दादी में नाना- नानी ने जोश के साथ अपनी उपस्थिति दी। पूर्व प्राथमिक कक्षा के छोटे-छोटे बच्चों द्वारा सर्व धर्म समभाव, पारिवारिक संबंधों, राजस्थानी प्राचीन सभ्यता और संस्कृति आदि मूल्यों से संबंधित संगीत, नृत्य व कविताओं की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई ,जिसने सभी को मंत्र मुक्त कर दिया।
विद्यालय प्राचार्य परेश नागर ने पधारे हुए सभी मुख्य अतिथि व अतिथियों का अभिनंदन किया तथा वर्तमान समय में बदलती पारिवारिक परिस्थितियां तथा सामाजिक बदलाव में बुजुर्गों की भूमिका ‘कल्पतरु’ के समान महत्वपूर्ण बताया। इस अवसर पर दादा- दादी व नाना- नानी के लिए चेयर रेस व ‘गुब्बारे की मस्ती’ आदि मनोरंजक खेलों का भी आयोजन किया गया जिसमें सभी बुजुर्गों ने बच्चों की भांति उत्साहित होकर भाग लिया तथा प्रतियोगिता का भरपूर आनंद लिया। तत्पश्चात विद्यालय में वर्ष भर में हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉली पुरी गोस्वामी व मोनिका चुंडावत द्वारा किया गया।