दुर्गेश रेगर
पीपलूंद। स्मार्ट हलचल। भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी उपखंड क्षेत्र की गहूंली ग्राम पंचायत में स्थित थालेडा ग्राम मे पटवार हल्का गंहूली की सरकारी चारागाह भूमि पर हो रहे अतिक्रमण की मांग को लेकर थालेड़ा के ग्रामीणों ने कोटडी तहसीलदार को ज्ञापन सोंपा ज्ञापन में बताया कि ग्राम थालेड़ा पटवार हलका ग्राम पंचायत गहूंली के सरकारी चारागाह भूमि आराजी संख्या 364/245 व सरकारी बिलानाम भूमि आराजी संख्या 241/7 दोनो ही आराजी सिंह जी का खेडा गांव की और जाने वाले रास्ते के दोनो तरफ आमने सामने स्थित है। उक्त सरकारी चारागाह व पडत भूमि पर सिंह जी का खेडा गावं के अतिक्रमी खाना पिता किशोर गुर्जर, प्रभुलाल पिता महाराम रेगर, रामेश्वर पिता महाराम रेगर, रामकिशन पिता प्रभुलाल गुर्जर, दुदा पिता नारायण गुर्जर, महेन्द्र पिता नारायण गुर्जर, नारायण पिता नन्दा रेगर, रामदेव पिता चुन्नीलाल रेगर, अर्जुन पिता महाराम रेगर, लाला गुर्जर, भंवर गुर्जर, प्रभुलाल गुर्जर, जगदीश सेन, हरी गुर्जर, भैरू गुर्जर सहित इत्यादि सिंहजी का खेडा के ग्रामीणों ने अवैध अतिक्रमण कर बाडे व कच्चे पक्के अवैध निर्माण एवं खेत बना दिए गए हैं।अवैध अतिक्रमण का निर्माण को हटवाने की मांग को लेकर थालेड़ा के ग्रामीणों ने 17 जुलाई को एक प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था। लेकिन कोई कार्यवाही नही होने पर दिनांक 31जुलाई को ग्रामीणों ने पुलिस प्रार्थना पत्र दिया, जिस पर 11 अगस्त को राजस्व कर्मचारीयों सहित पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा था, लेकिन अतिक्रमण हटाने आई राजस्व टीम में आये गिरदावर मोहन सिंह की अतिक्रमियो से मिलाभगती होने के कारण उन्होंने अतिक्रमण की कोई कार्यवाही नही होने दी तथा अतिक्रमण हटाने के नाम पर महज खाना पूर्ति करके चले गये एवं चारागाह व बिलानाम भूमि की नपती भी जरीब से नही की गई व अतिक्रमियो को बचाने को लेकर गौर लापरवाही बरती गई। एवं मौके से कोई भी अवैध अतिक्रमण को नही हटाया गया। तथा चारागाह व बिलानाम भूमि के सरंक्षण हेतु चारो तरफ खाई खोदकर डोल भी नही लगवाया गया। और सडक किनारे पडी कुछ छडियों को रास्ते से हटाकर अतिक्रमण हटाने के नाम पर खानापूर्ति कर दी गई। लेकिन असल में जो अतिक्रमण कर रखे है जिनको नही हटाया गया। और अतिक्रमण जैसे का तैसा बना हुआ है। एवं अतिक्रमण हटाने के नाम पर मात्र औपचारिकता की गई है। अतिक्रमी अपने कब्जे का स्थाई करने के लिए रात दिन पक्के निर्माण कर दिवारे बना रहे है। जिनको भी अतिक्रमण की कार्यवाही के दौरान नहीं रोका गया है। और न ही हटवाया गया है। जिसको हटाने की मांग को लेकर थालेड़ा के ग्रामीणों ने कोटडी तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर जल्द से जल्द सरकारी चारागाह भूमि आराजी संख्या 364/245 व पडत भूमि आराजी संख्या 241/7 व अन्य सरकारी भूमि की जरीब से नपती कर अवैध अतिक्रमण को हटानवाने की मांग की है। ग्रामीणों द्वारा बार बार अतिक्रमण हटवाने हेतु प्रार्थना पत्र देने के बावजूद भी अतिक्रमण नही हटाने के कारण सभी ग्रामवासियों में भारी आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी की अगर अतिक्रमण नही हटवाया गया है। तालेड़ा के ग्रामीण द्वारा उग्र आंदोलन किया जायेगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।